संतोष वाघ
Drink and drive: महाराष्ट्र में नाबालिगों और युवकों द्वारा गाड़ी चलाने और फिर बड़ी दुर्घटनाओं को अंजाम देने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसे देखते हुए राज्य उत्पाद शुल्क विभाग पब, डिस्को और बार में शराब पीने आने वाले नाबालिगों की पहचान करने के लिए ‘एआई’ तकनीक का उपयोग करेगा। मुंबई सहित प्रमुख शहरों में हर पब और बार के प्रवेश द्वार पर उच्च रिज़ॉल्यूशन वाले बुलेट कैमरे लगाए जाएंगे। राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के आयुक्त विजय सूर्यवंशी ने बताया कि इसके लिए उच्च स्तर पर काम शुरू कर दिया गया है। विजय सूर्यवंशी ने ‘हिन्दुस्थान पोस्ट’ को यह जानकारी दी।
पूरे देश में चर्चा
पुणे शहर के बाद अब मुंबई का ‘हिट एंड रन’ मामला पूरे देश में सुर्खियां बटोर रहा है। इन दोनों घटनाओं में यह बात सामने आई है कि ड्राइवर शराब पी रहे थे। हिट एंड रन जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस तंत्र के साथ-साथ राज्य उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। 21 साल से कम उम्र के बच्चों को शराब न बेचने का नियम है। इसके बावजूद बार और पब में नाबालिगों को शराब बेची जा रही है, लेकिन अब से नाबालिगों को शराब बेचने से रोकने के लिए राज्य उत्पाद शुल्क विभाग शहर के हर बार और पब में एआई तकनीक का इस्तेमाल करेगा। बुलेट
लगाए जाएंगे बुलेट कैमरे
एआई तकनीक का इस्तेमाल बार या पब में प्रवेश करने वाले नाबालिगों की पहचान करने के लिए किया जाएगा। पब और बार के प्रवेश द्वार पर उच्च गुणवत्ता वाले बुलेट कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे ‘एआई’ तकनीक से जुड़े सॉफ्टवेयर से जुड़े होंगे और इसका सॉफ्टवेयर बॉर्डर के एक्साइज विभाग के कैमरे में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी के मोबाइल फोन में होगा और 21 साल से कम उम्र का युवा दिखने पर उन्हें अलर्ट मिल जाएगा। किसी बार या पब में प्रवेश करेगा तो इंस्पेक्टर स्तर का अधिकारी संबंधित स्थान पर जाकर संदिग्ध पर शक करेगा। राज्य आयुक्त डॉ. विजय सूर्यवंशी ने कहा, ”मुंबई समेत प्रदेश के महत्वपूर्ण शहरों में हर पब और बार के प्रवेश द्वार पर उच्च गुणवत्ता वाले बुलेट कैमरे लगाए जाएंगे और यह काम उच्च स्तर पर शुरू किया जाएगा।”
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AI तकनीक वाले कैमरे कैसे करेंगे काम?
बुलेट कैमरे में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर आधारित फोटोग्राफिक जानकारी का विश्लेषण करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर की सुविधा होगी, जिसके आधार पर संबंधित विभाग को लाइव प्रसारण और फील्ड अधिकारियों (क्षेत्रीय माध्यमिक निरीक्षकों, निरीक्षक और अधीक्षक) को अलर्ट (अलर्ट) या संदेश (संदेश) दिए जाएंगे। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराया जाएगा। बार, पब के प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे। सिस्टम, बैकअप सिस्टम, इनवर्टर सिस्टम आदि का समय पर रखरखाव एवं मरम्मत कराने की जिम्मेदारी संबंधित बार के मालिक की होगी। साथ ही सप्ताह में कम से कम दो बार एआई सिस्टम खराब तो नहीं हो रहा है, इसकी जांच और सत्यापन की जिम्मेदारी संबंधित उपनिरीक्षक की होगी। सत्यापन के बाद लाइसेंस हॉल में दो में से एक सी.सी.टी.वी. कैमरा यदि बंद पाया जाता है या अन्य वस्तुएं ख़राब पाई जाती हैं, तो दूसरे निरीक्षक को बार के मालिक को उसकी तत्काल मरम्मत के संबंध में एक पत्र लिखना होगा और उसे लाइसेंस बुक में दर्ज किया जाएगा।