1000 किलो गांजा बेचने का मामला उजागर होने के बाद ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन एक और विवाद में फंसता दिख रहा है। यह मामला विदेश निवेश के नियमों का उल्लंघन का है।इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने कंपनी और फ्यूचर कूपन प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन भेजा है। ईडी ने इन दोनों कंपनियों के अधिकारियों को अगले हफ्ते दिल्ली के मुख्यालय में मौजूद रहने को कहा है। जांच एजेंसी ने ये समन अमेजन के कंट्री हेड अमित अग्रवाल और फ्यूचर ग्रुप के प्रमोटरों को जारी किया है।
मिली जानकारी के अनुसार अमेजन ने नोटिस मिलने की पुष्टि की है। 28 नवंबर को अमेजन के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें फ्यूचर ग्रुप के एक मामले में नोटिस प्राप्त हुआ है। हम मामले की जांच कर रहे हैं और ईडी के समक्ष पेश होकर उनके सवालों के जवाब देंगे।
6 दिसंबर तक पेश होने का नोटिस
बताया जा रहा है कि ईडी ने दोनों कंपनियों के कम से कम दो-दो अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है। इन्हें 6 दिसंबर 2021 तक जांच एजेंसियों के सामने पेश होना है। हालांकि फ्यूचर ग्रुप ने इस बारे में कोई भी बात करने या जानकारी देने से इनकार किया है।
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यह है पूरा मामला
दरअस्ल वर्ष 2019 में अमेजन ने फॉरेन मैनेजमेंट एक्ट यानी फेमा के तहत इंडिया फ्यूचर ग्रुप की गिफ्ट वाउचर यूनिट फ्यूचर कूपन में 200 मिलियन डॉलर यानी 1500 लगभग करोड़ रुपए का निवेश किया था। इस निवेश से उसने फ्यूचर कंपनी की 49 प्रतिशत की खरीदारी की थी, लेकिन बाद में यह सौदा विवादों में फंस गया। इसके साथ ही बिग बाजार और फूड बाजार चलाने वाली प्रमोटक ईकाई एफसीपीएल के पास भी प्यूचर रिटेल की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
फ्यूचर रिटेल में अमेजन के नियंत्रण की भी जांच
बताया जा रहा है कि ईडी एफसीपीएल में हिस्सेदारी की खरीद के अलावा फ्यूचर रिटेल में अमेजन के नियंत्रण अधिकार की भी जांच कर रहा है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा था कि कंपनी ने सरकार की अनुमति के बिना फ्यूचर रिटेल पर नियंत्रण कर लिया है। उसके बाद से ही ईडी मामले की गहन जांच कर रही है।