यू ट्यूब से कमाई करने वालों के लिए बुरी खबर है। 1 जून से पूरी कमाई उनकी जेब में नहीं जाएगी। उन्हें अब यू ट्यूब से होने वाली आय पर टैक्स चुकाना होगा। हालांकि अमेरिका के कंटेंट क्रिएटर्स पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। लेकिन भारत समेत विश्व के अन्य सभी देशों में यूट्यूबर्स के साथ ही कंटेंट क्रिएटर्स को भी इससे होने वाली कमाई पर टैक्स चुकाना होगा।
बता दें विश्व के तमाम देश के साथ ही भारत में भी लाखों ऐसे यूट्यूबर्स और कंटेंट क्रिएटर्स हैं, जो इससे काफी अच्छी कमाई कर रहे हैं। कोरोना काल में काफी लोग घर में रहते हुए भी तमाम तरह के वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड कर अच्छी कमाई कर रहे हैं। 1 जून से पहले तक इससे होने वाली पूरी आय उनकी जेब में जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, अब उन्हें इसमें से कुछ प्रतिशत टैक्स भुगतान करना होगा। इस नियम के लागू हो जाने के बाद उन लोगों को बड़ा झटका लग सकता है, जो पूरी तरह यूट्यूब वीडियो की कमाई पर निर्भर करते हैं और जिनका फुल टाइम यही जॉब है।
केवल अमेरिकी व्यूज पर लगेगा टैक्स
वैसे राहत भरी बात यह है कि यू ट्यूबर्स या कंटेंट क्रिएटर्स के उन्हीं व्यूज पर टैक्स लगाया जाएगा, जो अमेरिकी व्यूअर्स से मिले हैं। अगर किसी का वीडियो भारत में अधिक देखा जाता है और अमेरिका में कम तो ऐसे लोगों को बहुत कम टैक्स का भुगतान करना होगा।
टैक्स के दायरे में यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स भी
भारतीय यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स भी 1 जून से टैक्स के दायरे में आ गए हैं। उन्हें अपनी कमाई का 24 प्रतिशत प्रति महीने के हिसाब से टैक्स देना होगा। वैसे, जिन लोगों ने अपनी कमाई की जानकारी 31 मई से पहले दे दी है, ऐसे यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स को 15 प्रतिशत के हिसाब से टैक्स चुकाना पड़ेगा। लेकिन जिन लोगों ने 31 मई तक कमाई के बारे में जानकारी नहीं दी है, उन पर कंपनी 24 प्रतिशत के दर से टैक्स लगाएगी।
गूगल फोटो की मुफ्त सर्विस में भी बदलाव
गूगल फोटो की मुफ्त सर्विस के लिए भी अब बड़े यूजर्स को पैसे देने होंगे। क्योंकि बड़े यूजर्स के लिए गूगल फोटो की मुफ्त कलाउड स्टोरेज की सुविधा 1 जून से बंद कर दी गई है। अब कंपनी पेड सब्सक्रिप्शन लेकर आई है। इसे कंपनी ने गूगल वन नाम दिया है। अभी तक यूजर्स गूगल फोटो पर अनलिमिटेड फोटो अपलोड करते थे, लेकिन क्लाउड स्टोरेज के लिए अब चार्ज वसूला जाएगा। हालांकि गूगल की ओर से 1 जून से भी 15जीबी तक मुफ्त क्लाउड स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध रहेगी। अगर इससे ज्यादा फोटो और डॉक्यूमेंट ऑनलाइन स्टोर करेंगे तो प्रतिमाह 146 रुपए चार्ज देना होगा।
यूएस व्यूअर्स की कमाई का 0-30 प्रतिशत विथहोल्ड रखेगी कंपनी
नए नियम के अनुसार क्रिएटर्स की ओर से टैक्स की जानकारी देने के बाद कंपनी उसके यूएस व्यूअर्स की कमाई का 0-30 प्रतिशत विथहोल्ड करके रखेगी। विथहोल्ड दर इस बात पर निर्भर करेगा कि क्रिएटर्स के देश का टैक्स ट्रीटी अमरीका के साथ कैसा है, यानी प्रत्येक देश के हिसाब से अलग-अलग टैक्स लागू किया जाएगा।
विरोध के बावजूद नया नियम लागू
बता दें कि क्रिएटर्स यूट्यूब की इस पॉलिसी का सोशल मिडिया पर विरोध कर रहे हैं। इसके बावजूद 1 जून से यह नियम लागू कर दिया गया है। यू ट्यूब के सपोर्ट पेज में कहा गया है कि यूएस इंटरनल रेवेन्यू के चैप्टर तीन के मुताबिक पैरेंट कंपनी गूगल टैक्स संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकती है।
टैक्स में ये होंगे शामिल
गूगल के नए नियम के अनुसार यूट्यूबर्स या कंटेंट क्रिएटर्स की कमाई में उन पैसों को शामिल किया जाएगा, जो विज्ञापन और अमेरिकी यूजर्स से कमाए गए हैं। इसके साथ ही यूट्यूब प्रीमियम, सुपर चैट, सुपर स्टीकर्स और चैनल मेंबरशिप भी इस लिस्ट में शामिल होंगे।