जुमा नमाज के बाद 3 जून को हिंसा मामले के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी के खिलाफ 28 जुलाई को एनएसए की कार्रवाई की गई और इसी मामले में चार अन्य के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की। यह कार्रवाई जिलाधिकारी विशाख जी ने पुलिस की जांच के बाद दी गई रिपोर्ट के आधार पर की गई।
पुलिस कमिश्नर कानपुर विजय सिंह मीना और जिलाधिकारी विशाख जी ने 28 जुलाई को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि 3 जून को शहर में हुई हिंसा मामले के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी ने लोगों को एकत्र करके दंगा कराने की पूरी साजिश की और पूरे दंगा कराने में जो भी खर्च आया, उसकी फंडिंग करने के मामले में वसी, मुख्तार अकील और शफीक के खिलाफ दंगे के बाद गठित की गई जांच कमेटी एवं पुलिस टीम ने पूरे प्रकरण की जांच करने के बाद रिपोर्ट तैयार किया। उसे पहले पुलिस कमिश्नर को दिया गया। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने गहन जांच कर पूरी रिपोर्ट जिलाधिकारी एवं शासन को भेजी गई। जिसके क्रम में 28 जुलाई को जिलाधिकारी ने मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की।
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दंगे के लिए फंडिंग करने के मामले
जिलाधिकारी ने बताया कि पूरे दंगे के लिए फंडिंग करने के मामले में हाजी वसी, मुख्तार अकील और शफीक के खिलाफ पुलिस से रिपोर्ट मिलने के बाद गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। मुख्य आरोपित जफर हाशमी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई आज मैंने की।