ओडिशा के बालासोर के पास जहां भीषण रेल दुर्घटना हुई थी, वहां हादसे के 51 घंटे बाद आखिरकार पहली ट्रेन गुजरी। 5 जून की सुबह दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि रात करीब 10:40 बजे पहली ट्रेन यहां से रवाना हुई। दुर्घटना के बाद से ही रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव मौके पर मौजूद हैं।
विशाखापट्टनम से राउरकेला इस्पात संयंत्र के लिए रवाना हुई मालगाड़ी
हादसे के बाद मालगाड़ी विशाखापट्टनम से राउरकेला इस्पात संयंत्र के लिए रवाना हुई। यह उसी पटरी पर चलाई गई जहां 2 मई की शाम 7:00 बजे हादसा हुआ था। इसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ट्रेन रवाना किये जाने समय रेल मंत्री हाथ जोड़ कर प्रार्थना करते नजर आए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद अपने ट्विटर अकाउंट पर इससे जुड़ा वीडियो साझा किया है। ट्रेन गुजरते समय वे भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारे लगाते हुए लोगों को धन्यवाद देते नजर आ रहे हैं।
रेल मंत्री ने किया ट्वीट
अश्विनी वैष्णव ने ट्विटर पर लिखा है कि क्षतिग्रस्त डाउनलाइन पूरी तरह ठीक हो गई है। खंड में पहली ट्रेन रवाना हुई। इसके कुछ देर के बाद उन्होंने बताया कि अप लाइन पर भी ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है।
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दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी जारी किया बयान
इधर, 5 जून की सुबह दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी बयान जारी किया है। इसमें बताया है कि डाउन लाइन पर पहली ट्रेन रात 10:40 बजे चली जबकि अप लाइन पर पहली ट्रेन रात 12:05 बजे पर चलाई गए है। दोनों ही रेलखंड पर सामान्य रेल यातायात शुरू कर दिया गया है।
ओडिशा रेल हादसे में 275 लोगों की मौत
उल्लेखनीय है कि रेल दुर्घटना में अब तक 275 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 800 के करीब लोग घायल हैं। रेल मंत्री ने रविवार शाम बताया था कि रेलवे बोर्ड ने इस घटना की सीबीआई जांच की अनुशंसा की है। 2 मई की शाम दुर्घटना के बाद से रेलवे के 1000 से अधिक मजदूर और इंजीनियर रेल यातायात सामान्य करने के लिए दिन-रात काम कर रहे थे।