ओडिशा ट्रेन हादसा: शक के घेरे में क्यों है जेई आमिर खान, जिसके घर को सीबीआई ने किया सील?

6 जून को ओडिशा ट्रेन हादसे की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी ने अपने हाथ में ले ली थी। हादसे के बाद इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से छेड़छाड़ के आरोप सामने आने के बाद सीबीआई को जांच सौंपी गई थी।

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19 जून को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने जूनियर इंजीनियर (JE) आमिर खान के किराए के घर को सील कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, खान ओडिशा ट्रिपल ट्रेन त्रासदी में संदिग्ध है, जिसकी सीबीआई जांच कर रही है। सोरो में अन्नपूर्णा राइस मिल के पास स्थित उसके घर जब सीबीआई की टीम पहुंची तो वहां ताला लगा हुआ था। बाद में सीबीआई ने इसे सील कर दिया। 2 जून को बहनागा में ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में 292 यात्रियों की जान चली गई थी और एक हजार से अधिक यात्री घायल हो गए थे।

जांच एजेंसी सीबीआई ने खान से पहले एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की थी। बाद में खान और उसका परिवार किराए के मकान से लापता हो गया। 16 जून को सीबीआई ने मौके पर जांच करने के बाद जेई आमिर खान को बालासोर छोड़ दिया था। हालांकि, एजेंसी के अधिकारी 19 जून को वापस आए। जांच एजेंसी बहनागा स्टेशन मास्टर के घर भी गई थी।

सिग्नल संचालन जेई की भूमिका महत्वपूर्ण
सिग्नल जेई पॉइंट मशीन, इंटरलॉकिंग सिस्टम और सिग्नल आदि सहित सिग्नलिंग उपकरण को स्थापित करने, बनाए रखने और मरम्मत के लिए जिम्मेदार है। संक्षेप में, वह ट्रेन संचालन को सुचारू रूप से और सुरक्षित रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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रेलवे अधिकारियों ने सिग्नल से छेड़छाड़ का जताया संदेह
रेलवे अधिकारियों ने जोर देकर कहा है कि ट्रेन दुर्घटना संभवतः “इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ जानबूझकर छेड़छाड़” के कारण हुई। खुर्दा के डिविजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) रिंकेश रॉय ने कहा, “आपको हरी झंडी तभी मिलती है, जब आप सभी पूर्व-शर्तों का पूरी तरह पालन करते हैं, जैसे कि रूट पर कोई समस्या नहीं है और सब कुछ सही है। तकनीकी रूप से मामूली समस्या होने पर भी किसी भी परिस्थिति में ग्रीन सिग्नल नहीं हो सकता। यह लाल हो जाता है। यह तब तक हरा नहीं हो सकता, जब तक कि किसी ने इसके साथ छेड़छाड़ नहीं की हो, किसी ने इसके साथ मैनुअली से छेड़छाड़ नहीं की हो।

6 जून को सीबीआई को सौंपी गई थी जांच
6 जून को ट्रेन हादसे की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी ने अपने हाथ में ले ली थी। मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। हादसे के बाद इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से छेड़छाड़ के आरोप सामने आने के बाद सीबीआई को जांच सौंपी गई थी।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस हादसे में पांच रेलवे कर्मचारी जांच के लिए सीबीआई के रडार पर हैं।

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