भूकम्प से पहले सिग्नल देगा सेंसर, केंद्र सरकार ने कराया पेटेंट

कई माह के प्रयासों के बाद विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में ये विशेष प्रकार का आर्गेनिक स्टेन सेंसर तैयार करने में कामयाबी मिली है। इसे किसी भी आकार में बनाया और मोड़ा जा सकता है। इसे जमीन में काफी नीचे गाड़कर इलेक्ट्रानिक उपकरणों से जोड़कर भूगर्भ में होने वाले बदलावों की जानकारी सिग्नल के रूप में प्राप्त की जा सकती है।

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भूकम्प का पता लगाने के लिए एक ऑर्गेनिक सेंसर भूकम्प से पहले आने वाले सूक्ष्म कम्पनों की सूचना भेज सकता है और भवनों में सीपेज या क्रेक आने पर भी सिग्नल भेजकर अलर्ट कर सकता है। केंद्र सरकार ने नई खोज के रूप में इसका पेटेंट ग्राफिक एरा के नाम दर्ज कर लिया है।

ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रानिक्स कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के प्रोफेसर डॉ. वारिज पंवार ने यह आविष्कार किया है। प्रो. वारिज ने बताया कि कई माह के प्रयासों के बाद विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में ये विशेष प्रकार का आर्गेनिक स्टेन सेंसर तैयार करने में कामयाबी मिली है। इसे किसी भी आकार में बनाया और मोड़ा जा सकता है। इसे जमीन में काफी नीचे गाड़कर इलेक्ट्रानिक उपकरणों से जोड़कर भूगर्भ में होने वाले बदलावों की जानकारी सिग्नल के रूप में प्राप्त की जा सकती है। भूकम्प से पहले होने वाले बहुत छोटे कम्पनों की सूचना भी ये स्टेन सेंसर भूकम्प आने से पहले ही दे सकता है। ऐसी स्थिति में ये सेंसर सीधे मोबाइल फोन पर सिग्नल भेजकर अलर्ट कर देगा। इस तरह भूकम्प से कुछ देर पहले उसकी जानकारी मिलने के कारण जान माल की क्षति को बहुत कम किया जा सकता है।

खोजकर्ता प्रो.वारिज पंवार ने बताया कि इस आर्गेनिक सेंसर को भवनों में लगाकर उनमें सीपेज आने या कोई छोटा सा भी क्रेक आने की सूचना सिग्नल के जरिये मिल जाएगी। केंद्र सरकार ने इस नई खोज का पेटेंट 20 वर्षों के लिए ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के नाम से दर्ज कर लिया है।

ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने डॉ. वारिज पंवार को बधाई देते हुए कहा कि यह भूकम्प के प्रति संवेदनशील इलाकों के लिए सहायक बनेगा।

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