बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की 12 अक्टूबर को बांद्रा इलाके (Bandra Area) में गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी गई थी। इस मामले में मुंबई पुलिस (Mumbai Police) अब तक 14 आरोपियों (Accused) को गिरफ्तार (Arrested) कर चुकी है, शूटर शिवकुमार गौतम, जीशान अख्तर और शुभम लोनकर अभी भी फरार हैं। हत्या के लिए दो अलग-अलग गिरोह समूहों पर मामला दर्ज किया गया था। चूँकि सिद्दीकी एक बड़ा आदमी था और उसकी हत्या से सनसनी फैलने का खतरा था और पैसे कम होने के कारण एक समूह पीछे हट गया और नरसंहार को अंजाम देने के लिए एक और समूह बनाया गया।
भारत में हथियार कैसे आये?
अब इस शूटआउट मामले में पाकिस्तान (Pakistan) कनेक्शन सामने आया है। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, हथियार ड्रोन की मदद से पाकिस्तान से भारत भेजा गया था। इसमें तीन विदेशी पिस्टल और एक देशी पिस्टल शामिल है। बाबा सिद्दीकी गोलीकांड मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने एक और खुलासा किया है। जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार, मुंबई में तस्करी कर लाई गईं तीन विदेशी पिस्तौलें ड्रोन के जरिए भारतीय सीमा तक पहुंचाई गईं और फिर हैंडलर्स के जरिए मुंबई भेजी गईं।
क्यों अहम है जीशान और शुभम लोनकर की गिरफ्तारी?
हैंडलर के जरिए हथियार मुंबई भेजने के बाद बाबा सिद्दीकी पर 3 विदेशी पिस्टल और एक देशी पिस्टल से हमला किया गया। हालांकि, जब भारत में विदेशी पिस्तौलें प्रतिबंधित हैं, तो वे भारत में कैसे आईं? ये सवाल अब बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उठ रहा है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को संदेह है कि हथियार ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से राजस्थान या पंजाब सीमा पर भेजे गए होंगे। बिश्नोई गिरोह तक यह हथियार पहुंचाने में पाकिस्तानी गिरोह या आईएसआई का भी हाथ हो सकता है। लेकिन इसका खुलासा करने के लिए जीशान और शुभम लोनकर की गिरफ्तारी भी उतनी ही जरूरी है।
फिलहाल, ये दोनों फरार हैं और पुलिस इनकी गहनता से तलाश कर रही है। मुंबई पुलिस ने इन पिस्तौलों की तस्वीरें राजस्थान के साथ-साथ पंजाब पुलिस को भी भेजी हैं, ताकि ऐसी गतिविधियों में कोई ऐतिहासिक शूटर शामिल हो तो उसकी पहचान की जा सके। ऐसी जानकारी भी सामने आई है।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community