पाकिस्तान में आतंक की खेती इतनी फली फूली कि, देश ही बदहाल हो गया। अमेरिका के अनुदान पर वर्षों से पलनेवाले इस देश का जब आतंकी गतिविधियों के कारण अनुदान बंद हुआ तो वह चीन के द्वार पर ऋण के लिए खड़ा हो गया। इसका परिणाम यह है कि, पाकिस्तानी रुपिया का ऐसा अवमूल्यन हुआ कि, पाकिस्तानी दो रुपिया बीस पैसे के बदले एक बांग्लादेशी टका का भाव चल रहा है।
बांग्लादेश पर अत्याचार करनेवाले, लूटनेवाले पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इतनी बिगड़ी है कि, वर्तमान समय में पाकिस्तान का दो रुपिया बीस पैसा देने के बाद बांग्लादेश एक टका देता है। इतना ही नहीं है, एशियाई देशों के मुद्रा अवमूल्यन श्रृंखला में भी पाकिस्तान की स्थिति चिंतनीय है।
चीन के ऋण के बोझ में दबे श्रीलंका और पाकिस्तान की स्थिति अधिक बिगड़ी है। उनके मुद्रा अवमूल्यन को देखें तो नेपाल जैसा छोटा देश अधिक शक्तिशाली लगता है।
ये भी पढ़ें – एस जयशंकर ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी, कहा- पहले खत्म करो आतंकवाद फिर होगी बात
- श्रीलंका रुपया 82 प्रतिशत अवमूल्यन
- पाकिस्तान रुपिया 27 प्रतिशत अवमूल्यन
- बांग्लादेश टका 20 प्रतिशत अवमूल्यन
- नेपाल रुपया 10.90 प्रतिशत अवमूल्यन