Terrorist conspiracy: पाकिस्तान सरकार ने आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) सरगना नूर वली महसूद के लीक फोन कॉल का फॉरेंसिक विश्लेषण कराने और महसूद व आतंकी अहमद हुसैन उर्फ घाट हाजी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का फैसला किया है। इस लीक कॉल से आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है।
आतंकवादी हमलों में उसकी सीधी संलिप्तता
जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि सरकार न केवल अफगानिस्तान से आतंकवादियों के प्रत्यर्पण की मांग करेगी, बल्कि पाकिस्तान में टीटीपी प्रमुख की मौजूदगी और देश के अंदर आतंकवादी हमलों में उसकी सीधी संलिप्तता पर अफगान तालिबान के नेतृत्व वाले अंतरिम प्रशासन के समक्ष कड़ा विरोध भी दर्ज कराएगी।
नूर के फोन से खुलासा
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले नूर की यह फोन कॉल सामने आई है। वह पाकिस्तान में हमलों के लिए अपने गुर्गों को निर्देश दे रहा है। इस ऑडियो कॉल में स्थानीय कमांडर अहमद हुसैन महसूद उर्फ घाट हाजी और साकिब गंडापुर की आवाज सुनाई पड़ रही है। इस बातचीत में सरगना नूर वली महसूद सरकारी स्कूलों या अस्पतालों पर बम विस्फोट करने को कहते हुए ताकीद कर रहा है कि इस बार हमले का जिम्मा नहीं लिया जाए। साथ ही पुलिस अधिकारियों और सैनिकों के घरों को निशाना बनाया जाए।
आतंकी हमलों में आठ पाकिस्तानी सैनिकों की मौत
उल्लेखनीय है कि इस सप्ताह की शुरुआत में आतंकी हमलों में पाकिस्तान सेना के कम से कम आठ सैनिक मारे जा चुके हैं। साथ ही 15 जुलाई को सुरक्षा बलों ने बन्नू छावनी में एक आतंकी हमले को विफल करते हुए 10 आतंकवादियों को मार गिराया। इस घटना के बाद पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में अफगानिस्तान के दूतावास के मिशन के उप प्रमुख को तलब किया था।