पंजाब की आस्था को करतारपुर कॉरिडोर देकर पाकिस्तान अब इसके पीछे षड्यंत्र रचने पर उतर आया है। गुप्तचर एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी गुप्तचरी संस्था इंटर सर्विसेस इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने लश्कर ए तैयबा के माध्यम से आतंकी घुसपैठ करवाने के प्रयत्न में है।
लश्कर ए तैयबा के आतंकी करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से घुसपैठ करना चाहते हैं। उन्हें इसके लिए पाकिस्तान के बड़े सकरगढ़ आतंकी कैंप में कमांडो प्रशिक्षण दिया गया है। एक अंग्रेजी समाचार माध्यम के अनुसार इन आतंकियों को भारत में आतंकी हमले करने के लिए घुसपैठ के माध्यम से भेजा जाना है, परंतु इसकी भनक गुप्तचर एजेंसियों को लग गई है।
ये भी पढ़ें – गोवा में महाराष्ट्र मॉडल? कांग्रेस नेताओं से मिले शिवसेना सांसद संजय राउत
ऐसे होनी थी घुसपैठ
लश्कर ए तैयबा के तंजीम संगठन से जुड़े पांच आतंकियों को तैयार किया गया है। जिन्हें सिखों के भेष में भेजा जाना है, इसके लिए आईएसआई इनके सिख नाम और अन्य पहचान पत्र बना रही है। सूत्रों के अनुसार इसमें से दो आतंकियों के नाम सामने आए हैं, मोहम्मद गुलजार मघरे और मोहम्मद सहजादा बंदे। इन दोनों को करतारपुर कॉरिडोर से पंजाब में घुसपैठ करके गुरदासपुर और पठानकोट जाने के लिए आदेश दिया गया है।
पाकिस्तान खेल रहा चाल
करतारपुर में स्थित गुरद्वारा दरबार साहिब सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी का समाधि स्थान है। करतारपुर कॉरिडोर पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक से गुरद्वारा दरबार साहिब को जोड़ता है। यह लगभग 4.7 किलोमीटर लंबा है। पाकिस्तान की सीमा में स्थित करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री इमरान खान ने 2019 में किया था। भारत से करतारपुर में मत्था टेकने के लिए जानेवाले लोगों को पाकिस्तानी विजा लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।