नुपुर शर्मा के समर्थन में पाकिस्तान! मौलाना ने बताया कहां से रची गई अंतरराष्ट्रीय साजिश

नुपुर शर्मा के विरोध में उठे लोगों के पीछे पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे जिहाद समर्थक संस्थाओं की भूमिका है। इसकी जांच चल रही है। अब पाकिस्तान से भी अरब देशों की साजिश और फंडिंग की बातें सामने आने लगी हैं।

135

भारतीय जनता पार्टी से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में अब पाकिस्तान में आवाज उठ रही है। नुपुर ने जो कुछ भी कहा, वह एक उकसावे का उत्तर मात्र था, इसे देखते हुए पाकिस्तान का एक वर्ग यह मानता है कि, इस प्रकरण में दोषी नुपुर नहीं बल्कि वह मुस्लिम है जो मौलाना के रूप में डिबेट का हिस्सा था। यह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है, जिसे अरब के लोगों ने रचा है।

क्या कहा गया पाकिस्तान में
मौलाना इंजीनियर मोहम्मद अली मिर्जा ने बहुत ही स्पष्ट शब्दों में मुस्लिम पैनलिस्ट की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि, किसी भी धर्म की निंदा करना इस्लाम विरुद्ध है। मौलाना ने कहा कि, मुस्लिम पैनलिस्ट ने ही पहले नुपुर शर्मा को भड़काया था, जिसके उत्तर में नुपुर शर्मा बोली कि, तब तो हमें भी ह कहना पड़ेगा। इसलिए दोषी वह मुस्लिम पैनलिस्ट है। इस प्रकरण में पूरी वीडियो को देखकर ही निर्णय लिया जाना चाहिए।

https://twitter.com/SAMRIReports/status/1537225855268581376?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1537225855268581376%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fzeenews.india.com%2Fhindi%2Fworld%2Fprophet-row-pakistan-maulana-muhammad-ali-mirza-comes-in-support-of-bjp-nupur-sharma%2F1221816

भारत पर दबाव बनाने की अंतरराष्ट्रीय साजिश
नुपुर शर्मा के विरोध की साजिश अरब में बैठे लोगों ने रची है, जिसमें वह लोग सम्मिलित हैं जो रूस का विरोध करते हैं। अरब में एसी में बैठे लोग साजिश रच रहे हैं और भारत में भीषण गर्मी झेल रहे लोग विरोध के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं। इसके पहले भी ऐसे कई प्रकरण सामने आए हैं, जिन पर अरब देश शांत रहे परंतु, अब इस मुद्दे के माध्यम से रूस को लेकर भारत पर दबाव बनाना है तो यह साजिश रच दी है।

ये भी पढ़ें – जानिये, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप के घर से मिले पर्चे में है क्या, जिस पर मचा है बवाल?

कुरान विरोधी है दूसरे धर्म का मजा उठाना
मोहम्मद अली ने कहते हैं कि, दूसरे धर्म का मजाक उड़ाना कुरान के अनुसार नहीं है। ऐसे में विशेष करके जब वह आपका विरोध धर्म हो। अन्य धर्मों के विषय में बहस करते समय हमें भाषाई मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए।

Join Our WhatsApp Community

Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.