उदयपुर हत्याकांड का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। इस जघन्य हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपियों के तार कराची बेस्ड सुन्नी इस्लामिक संगठन दावत-ए इस्लामी से जुड़े हैं। इसका संबंध पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से बताया जाता है।
दोनों गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वे इस्लाम के सूफी बरेलवी पंथ से जुड़े हैं। इन्होंने काराची में मौजूद संगठन दावत-ए- इस्लामी से संबंध होने की बात स्वीकार की है। आतंकरोधी अभियान के अधिकारियों के अनुसार इस बात की भी जांच जा रही है कि भारत के किसी कट्टरपंथी सुन्नी संगठनों और मुस्लिम ब्रदरहुड से भी तो इनका संबंध नहीं हैं। दोनो आरोपियों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर एएनआई जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें-सर्वोच्च न्यायालय में होगी सुनवाई परंतु, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास अब यही दो पर्याय
एक और वीडियो बनाने वाले थे आरोपी
इन दोनों को उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब ये उदयपुर से भाग रहे थे। ये दोनों राजसंद जिले से दबोचे गए। उस समय दोनों आरोपी अजमेर शरीफ दरगाह की ओर बढ़ रहे थे और एक अन्य वीडियो बनाने वाले थे। कन्हैया की हत्या करने के तुरंत बाद इसकी जिम्मेदारी लेते हुए इन्होंने एक वीडियो वाट्सएप ग्रुप के जरिए वायरल किया था। एक वीडियो में इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी भी दी थी।