हरियाणा पुलिस की जांच में 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा का संबंध पाकिस्तान से जुड़े होने का बात सामने आ रही है। इसका खुलासा सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो से हुआ है। जानकारी के अनुसार अहसान मेवाती नाम के सोशल मीडिया अकउंट पर अलवर का क्षेत्र दर्शाया गया था। लेकिन इस अकाउंट से भड़काऊ वीडियो पाकिस्तान में बैठा जीशान मुश्ताक अपलोड कर रहा था।
लाहौर में बैठा जीशान मुश्ताक वीडियो वीडियो अपलोड करने के लिए पाकिस्तान एजुकेशन एवं रिसर्च नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा था। इसी नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान सरकार एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन को इंटरनेट सेवा देती है।
कहा जा रहा है कि जीशान मुश्ताक 31 जुलाई को लगातार आगजनी और तोड़फोड़ के वीडियो जारी कर रहा था। उसने ही मोनू मानेसर को मारने और हिंसा भड़काने के लिए भीड़ को उकसाया था। अब पुलिस नूंह में जीशान मुश्ताक के कनेक्शन की जांज कर रही है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया है कि नूंह में पुलिस लगातार तैनात है और अब तक 102 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 202 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गृहमंत्री विज ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया था कि 80 लोगों को हिरासत में लिया गया हैं। उन्होंने कहा कि निर्दोष को सजा न मिलें और दोषी न छूटे, इस सिद्धांत पर पुलिस कार्य कर रही है। इसलिए पुख्ता सबूत इकट्ठा करके इस पर कार्रवाई की जानी है और एक भी दोषी को छोड़ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पकड़े गए लोगों से कानून के अनुसार पूछताछ की जा रही है, मिल रही जानकारियों कि अनुसार कार्रवाई की जा रही हैं। लेकिन नूंह हिंसा के मास्टर माइंड तक अभी भी पुलिस नहीं पहुंच पायी है। वैसे पुलिस लगातार हिंसा के आरोपियों को चिह्नित कर कानून के तहत कार्रवाई कर रही है।
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