शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी एक बार फिर कोर्ट में रो पड़े। शुक्रवार को अलीपुर में कोर्ट में पेशी के दौरान उन्होंने कहा कि मैं बहुत बीमार हूं। जमानत दिजिए। न्याय करिए।
शुक्रवार को अलीपुर कोर्ट में दोनों पक्षों के सवाल-जवाब के बाद एसएससी भर्ती भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार पार्थ उठ खड़े हुए। उन्होंने कहा कि मेरी भूमिका क्या है? प्राथमिक बोर्ड या एसएससी स्वायत्त विभाग से मेरा कोई लेना-देना नहीं था। वे उम्मीदवारों का चयन करते थे। मैं अर्थशास्त्र में स्नातक हूं। इसके बाद पूर्व मंत्री ने कहा कि सर, मैं बहुत बीमार हूं। कौन मेरी मदद करेगा! मैं दिन भर में ढेर सारी दवाइयां लेता हूं। मुझे आपसे न्याय की आशा है।
सीबीआई ने लगाई है अर्जी
सीबीआई ने 15 सितंबर को पार्थ को अपनी हिरासत में लेने की अर्जी लगाई है। उनका दावा है कि पार्थ चटर्जी वास्तव में एसएससी भर्ती भ्रष्टाचार में मुख्य आरोपित हैं। वे राज्य के पूर्व मंत्री को अपनी हिरासत में लेना चाहते हैं और उनसे मध्य शिक्षा के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली से आमने-सामने पूछताछ करना चाहते हैं। जांच एजेंसी के वकील ने कोर्ट में पर्थ के खिलाफ कई आरोप लगाए। दूसरी ओर, पार्थ के वकील का दावा है कि उनका मुवक्किल जेल की हिरासत में है। उसे अलग से क्यों गिरफ्तार किया जाएगा ?
पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
लंबे सवाल-जवाब सत्र के दौरान सीबीआई ने कहा कि एसएससी भ्रष्टाचार मामले में जिन पांच लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, उनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब पार्थ चटर्जी से पूछताछ की जाएगी। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है।