मध्य प्रदेश में 21 जून को नौवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान प्रदेश के अधिकांश शहर योगमय नजर आए। इस मौके पर राजधानी भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन के बीच संचालित वंदेभारत ट्रेन भी योगमय हो गई। यहां पहली बार ट्रेन में अनूठी योग यात्रा की शुरुआत हुई। चलती ट्रेन में यात्रियों ने योगाभ्यास किया।
शिखर आसन से हुई शुरुआत
बुधवार को सुबह भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से सूर्य की पहली किरण के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 5:40 बजे रवाना हुई। ट्रेन के रवाना होते ही 5:42 पर सूर्योदय के साथ ही वंदे भारत एक्सप्रेस के यात्रियों ने शिखर आसन के साथ सूर्यदेव को सलामी दी। ट्रेन में सूर्य की पहली किरण के साथ यात्रियों ने शिखर आसन किया। अंतरराष्ट्रीय योग गुरु कृष्णा मिश्रा की पहल पर यात्रियों को यह अनोखा योग कराया गया।
कराए आसन, बताए लाभ
इस मौके पर योग गुरु कृष्णा मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष योग की थीम वसुदेव कुटुंबकम है, जिसको सिर्फ योग ही सार्थक कर सकता है। योग का संबंध सिर्फ आपके शरीर श्वास से है, जो सबके पास समान है। शिखर आसन से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है, थकान दूर होती है। ग्रीवा संचालन, सिटिंग सूर्य नमस्कार, पितृ प्राणायाम के जरिए सभी के माता-पिता को याद करते हुए योग से कृतज्ञता दिलाई। बैठे रहने पर भी कंधे और गर्दन का मूवमेंट अधिक होता है। इस दौरान योग गुरु ने यात्रियों को ग्रीवा संचालन, कंधा संचालन करवाया। पशिमोत्तनासन, चक्रासन आदि करवाते हुए उनके लाभ भी बताए। उन्होंने बताया कि आसान प्राणायाम ध्यान से हम श्वास से श्वास के चलाने वाले तक पहुंच सकते हैं, जिसे समाधि स्थिति कहते हैं। योग गुरु कृष्णा के साथ भोपाल से प्रणय, विजय केलकर, सुरेंद्र मिश्रा और आगरा से मानव कालरा, निधि कालरा योग यात्रा में जुड़े।
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