घाटकोपर के जायनोवा अस्पताल की लिफ्ट में 27 रात तीन घंटे मरीज फंसे रहे। इसके बाद फायर ब्रिगेड की मदद से किसी तरह लिफ्ट में फंसे मरीज और अन्य लोगों को बाहर निकाला गया। इस घटना की जांच घाटकोपर पुलिस की टीम कर रही है।
बताया गया है कि जयश्रीजय सिंह सकपाल अपने बेटों वैभव और जितेंद्र के साथ 27 अगस्त को घाटकोपर के एलबीएस रोड स्थित जायनोवा अस्पताल में डायलिसिस के लिए गई थीं। शाम करीब 5 बजे मरीज को लिफ्ट से अस्पताल के ऊपरी मंजिल पर ले जाने की कोशिश की गई। लिफ्ट एक मंजिल ऊपर जाकर रुक गई।
बार-बार सूचना देने पर भी नहीं मिली मदद
इस संबंध में बार-बार सूचना देने पर भी अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं की गई। बाद में सकपाल ने अपने करीबी रिश्तेदारों से मोबाइल फोन पर संपर्क किया। रिश्तेदारों ने इस घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी। इसके बाद किसी तरह तीन घंटे के बाद मरीज सकपाल व अन्य को राहत मिल सकी।