गोरेगांव पत्राचाल भ्रष्टाचार मामले में न्यायिक हिरासत में चल रहे शिवसेना सांसद संजय राउत को अब तक राहत नहीं मिली है। उनकी आर्थर रोड जेल में रहने की अवधि 10 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही राउत की जमानत अर्जी और नियमित सुनवाई भी साथ-साथ होगी।
संजय राउत को ईडी ने गोरेगांव पत्रा चाल घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद कोर्ट ने राउत को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्हें आर्थर रोड जेल में रखा गया है। न्यायिक हिरासत में इस बढ़ोतरी से साफ है कि संजय राउत इस साल के दशहरा में भी जेल में ही रहेंगे।
यह है मामला
ईडी ने मेल कदाचार मामले में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत की भी जांच शुरू कर दी थी। राउत के करीबी प्रवीण राउत को भी गिरफ्तार किया गया है। राउत ने प्रवीण की मदद से यह धोखाधड़ी की। ईडी का कहना है कि मनी लॉन्ड्रिंग की रकम की जांच का काम चल रहा है। इस लेन-देन में प्रवीण राउत को मिली रकम संजय राउत की पत्नी के बैंक खाते में जमा करा दी गई थी। ईडी ने यह भी आरोप लगाया है कि राउत ने उससे अलीबाग में जमीन खरीदी है। संजय राउत को ईडी ने 31 जुलाई को हिरासत में लिया था। हालांकि उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि आरोप झूठे हैं और उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजनीतिक कारणों से उनके खिलाफ इस करह के आरोप लगाए हैं।