आजकल मोबाइल, मोटर साइकिल बेचने के नाम पर एक शख्स ऑनलाइन सेलिंग ऐप के माध्यम से लोगों को ठग रहा है। ये अपना नाम संजय सिंह बताता है। इससे बड़ा अपराध ये है कि ये अपने आपको सेना का अधिकारी बताता है।
संजय सिंह नामक ये व्यक्ति देश के अलग-अलग राज्यों में लोगों को मोबाइल, मोटर साइकिल बेचने के नाम पर ठगता था। वो खुद को सेना का कर्मचारी बताता था। उसने अपनी फोटो भी सेना के यूनीफार्म में खिंचवाकर लगवाई थी। जिससे ठगी करनी होती थी उन्हें आर्मी पोस्टल सर्विस से सामान की डेलीवरी करने की बात करता था।
सेना कर्मी समझकर लोग आसानी से उस पर विश्वास कर लेते थे। लेकिन इस विश्वास की क्षति लोगों को अपने पैसे गंवाकर उठानी पड़ रही है। संजय सिंह नाम के इस ठग ने देश के कई क्षेत्रों में लोगों को अपना निशाना बनाया है।
बेंगलुरू में खुद को आर्मी का कर्मचारी बताकर 48 हजार रुपए का चूना लगा दिया। इसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने ओएलएक्स पर शिकायत की थी।
- बेंगलुरू में एक थ्री स्टार सेवानिवृत्त सेना अधिकारी को अपना बेड बेचना था। इसका विज्ञापन उन्होंने ओएलक्स पर दिया था। इसके लिए खरीददार बनकर एक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया और उन्हें क्यूआर कोड के जरिये 80 हजार रुपए ऐंठ लिए। इसके अलावा एक अन्य मामले में एक सैनिक से भी 65 हजार रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया। इन्हें भी संजय सिंह नामक शख्स ने चूना लगाया था।चंडीगढ़ में साइबर ठगी के तीन मामले सामने आए थे।
- पहला मामला नेहा ठाकुर नामक एक महिला से 14 हजार की ठगी की गई थी। उसे जोमाटो से पैसे रिफंड कराने के नाम पर गूगल पे से जुड़ने को कहा गया और उसकी जानकारी लेकर अकाउंट से 14 हजार रुपए तीन बार में ट्रांसफर कर लिये गए।
- दूसरा मामला संत आश्रम के संजय सिंह से 1.47 लाख की ठगी की गई थी। फ्लिप शॉप वेबसाइट पर की गई शॉपिंग पर पुरस्कार दिलाने के नाम पर ये ठगी की गई थी।
- तीसरा मामला नील कमल नामक शख्स से हुआ। एक व्यक्ति ने खुद को सेना अधिकारी बातकर उससे पेटीएम के माध्यम से 20 हजार रुपए की ठगी कर ली। नील कमल ने बताया कि उन्होंने ओएलएक्स पर एक मोटर साइकिल का विज्ञापन देखा था। जिसके बाद उन्होंने संपर्क किया तो बेचनेवाले ने आर्मी पोस्टल सर्विस से मोटर साइकिल की डेलीवरी कराने का वादा किया। इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस के साइबर सेल ने मामला दर्ज किया था।