प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मंगलवार को 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) में भाग लेने के लिए रूस के कज़ान शहर (Kazan City) के लिए रवाना हुए। यह पीएम मोदी की दो दिवसीय (22-23 अक्टूबर) रूस (Russia) यात्रा है। जहां वे रूस की अध्यक्षता में कज़ान शहर में आयोजित होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के कज़ान में अपने समकक्षों और ब्रिक्स सदस्य देशों के आमंत्रित नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें (Bilateral Meetings) करने की भी उम्मीद है।
ब्रिक्स एक ऐसा समूह है जो दुनिया की 45 प्रतिशत आबादी, दुनिया के 33 प्रतिशत भू-भाग और दुनिया की 28 प्रतिशत अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। ब्रिक्स को पहले ब्रिक के नाम से जाना जाता था। इसकी स्थापना 2006 में सेंट पीटर्सबर्ग में हुई थी। पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग शहर में हुआ था।
यह भी पढ़ें – Income Tax: 10 साल में टैक्स देने वाले करोड़पतियों की संख्या हुई 5 गुनी, जानिये कितने लाख हो गए टैक्स पेयर्स
ब्रिक्स समूह में ये देश हैं शामिल
पिछले साल विस्तार के बाद यह ब्रिक्स का पहला शिखर सम्मेलन होगा। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका 2010 से ब्रिक्स समूह में शामिल हैं। अब ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात भी इसमें शामिल हो गए हैं।
जानिए ब्रिक्स का नाम कैसे पड़ा?
गौरतलब है कि रूस अभी ब्रिक्स का अध्यक्ष है। इसकी शुरुआत ब्रिक के रूप में तब हुई जब चार देश- ब्राजील, रूस, भारत और चीन एक साथ आए। 2010 में दक्षिण अफ्रीका भी इसमें शामिल हो गया। इसके बाद इसका नाम ब्रिक्स रखा गया। पिछले साल इस संगठन का और विस्तार हुआ। अलीपोव ने कहा है कि बड़ी संख्या में देशों ने इसमें शामिल होने में रुचि दिखाई है।
वैश्विक सम्मेलन के लिए खास तैयारियां
ब्रिक्स सम्मेलन से पहले कज़ान में की जा रही सजावट और तैयारियों का एक वीडियो सामने आया है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि वैश्विक सम्मेलन के लिए होटल कज़ान समेत पूरे शहर को खास तरीके से सजाया गया है।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community