मुंबई में आयकर विभाग के अधिकारी सायन में घनी झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाके में पहुंचे। इस बीच करीब 100 वर्ग फुट की झोपड़ी में मौजूद एक ऐसी ही पार्टी का पंजीकृत ऑफिस मिला। बैंक में रिकॉर्ड के मुताबिक इस पार्टी ने पिछले दो साल में कम-से कम 100 करोड़ रुपये का चंदा इकट्ठा किया था। यह राजनीतिक दल पंजीकृत है, लेकिन भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के अनुसार इसे मान्यता प्राप्त नहीं है।
टैक्स चोरी और पॉलिटिकल फंडिंग के मामले में आयकर विभाग ने पंजीकृत लेकिन गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के ठिकानों पर 7 सितंबर को देश के कई हिस्सों में बड़ी कार्रवाई की। इस क्रम से मुंबई में छापेमारी के साथ ही टीम उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मौजूद एक घड़ी की दुकान तक जा पहुंची। यहां पूछताछ से जानकारी मिली कि घड़ी की दुकान का मालिक भी ऐसे ही एक राजनीतिक दल का अध्यक्ष है। जांच में यह भी जानकारी मिली है कि इस दल ने पिछले तीन साल में 370 करोड़ का चंदा जमा किया था। उसके बाद से ही आयकर विभाग इस अध्यक्ष का पता लगाने में जुटा हुआ था।
जानकारी के अनुसार उक्त व्यक्ति ने यह भी बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गुजरात के अहमदाबाद में रहता है। वो इसमें शामिल हो सकता है। इस जानकारी के आधार पर अहमदाबाद के इनकम टैक्स अधिकारियों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पता लगाया। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने कथित तौर पर 3 प्रतिशत कमीशन लेकर डोनेशन कलेक्ट करने की बात स्वीकार की। वहीं बचे पैसे संस्थाओं को अलग-अलग माध्यम से दिया गया था।
ये भी पढ़ें – दिल्ली हिंसा: ताहिर हुसैन पर आरोप होगा तय? न्यायालय में होगी सुनवाई
मुंबई, गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में आयकर अधिकारियों द्वारा छापेमारी की गई। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने करीब 100 करोड़ रूपए का चंदा जमा किया था।
एक और ऐसी पार्टी को मुंबई में आयकर विभाग द्वारा खोजा गया है, जो बोरीवली में स्थित है। यहां से पार्टी ने विभिन्न व्यक्तियों और संस्थाओं से लगभग 50 करोड़ रुपये जमा किए थे।
मुंबई और गुजरात में ऐसी कई पार्टियों हैं। यहां करीब 200 करोड़ रुपए का चंदा जमा किया गया। गुजरात में ऐसे 21 राजनीतिक दलों पर छापेमारी करने के लिए 120 से अधिक आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम को मुंबई से भेजा गया था।
Join Our WhatsApp Community