मुंबई (Mumbai) के 26/11 हमलों (26/11 Attacks) के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) को अब भारत (India) लाया जा रहा है। तहव्वुर राणा के बुधवार (9 अप्रैल) को भारत आने की उम्मीद है। इस पूरी प्रक्रिया को लेकर दिल्ली और मुंबई की जेलों (Prisons) में खास इंतजाम किए गए हैं, जो अमेरिकी अदालत (US Court) की सलाह के मुताबिक किए गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, राणा को शुरुआती कुछ हफ्तों तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में रखा जाएगा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृह मंत्रालय के अधिकारी उसकी निगरानी करेंगे।
यह भी पढ़ें – Trade War: राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन को दिया बड़ा झटका, लगाया इतने प्रतिशत टैरिफ
क्या कहा राष्ट्रपति ट्रंप ने?
इस वर्ष फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण की पुष्टि करते हुए कहा था कि उन्हें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि राणा “न्याय का सामना करने के लिए भारत वापस जा रहा है।” यह प्रत्यर्पण मोदी सरकार द्वारा 2019 से किए गए लगातार प्रयासों का नतीजा है। दिसंबर 2019 में भारत ने अमेरिका से तहव्वुर राणा को सौंपने की मांग की थी।
आतंकी तहव्वुर राणा कौन है?
तहव्वुर राणा डेविड हेडली का बचपन का दोस्त था। हेडली को अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था और मुंबई हमलों में शामिल होने के लिए उसे 35 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। राणा ने पाकिस्तान के हसन अब्दल कैडेट स्कूल में पढ़ाई की थी। हेडली ने भी वहां पांच साल तक पढ़ाई की। पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर के तौर पर काम करने के बाद राणा कनाडा चला गया और आखिरकार उसे कनाडा की नागरिकता मिल गई।
मुंबई हमले में 166 लोगों की मौत
26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई पर हमला किया था। ये आतंकी नाव के सहारे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पहुंचे थे। हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 लोगों की जान चली गई थी। 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। सुरक्षा बलों ने 4 दिन बाद आतंकी कसाब को जिंदा पकड़ने में सफलता हासिल की थी।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community