कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर भारत में चिंता बढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक की है। इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
कोरोना के नए स्ट्रेन ओमेक्रॉन को लेकर भारत ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है, जिसमें इस स्ट्रेन के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने और संक्रमित देशों के नागरिकों की कड़ी जांच लगाने या प्रतिबंधित करने पर विचार किया गया। विश्व में भी इस पर चिंता व्यक्त की गई है। विश्व स्वास्थ संगठन, विश्व व्यापार संगठन, अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में हलचल बढ़ गई है।
ये भी पढ़ें – गरीबी के इंडेक्स में ऐसे हैं शीर्ष के राज्य! कुपोषण में सुशासन बाबू का परचम
चिंता की विषय़
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘बी.1.1.1.529’ ओमिक्रॉन को ‘बड़ी चिंता’ के रूप में बताया है। माना जाता है कि इस नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ (ग्रीक) का प्रोटीन कोविड-19 टीकों के खिलाफ अप्रभावी है जो वर्तमान में वैश्विक बाजार में उपलब्ध हैं।
इन देशों के यात्रियों की जांच
इस बीच, भारत ने नए खतरे के बीच कल अपने जांचस्तर में वृद्धि की, और कई देशों को मौजूदा सूची में शामिल किया जहां से यात्रियों को आगमन पर अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा, जिसमें आगमन के बाद परीक्षण भी शामिल है। इसमें दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, इज़राइल, हांगकांग, यूनाइटेड किंगडम सहित यूरोप के देश शामिल हैं।
शेयर बाजार भी धड़ाम
ओमिक्रॉन कोरोना वैरिएंट से सबसे बड़ा झटका एशियाई बाजारों में देखने को मिला है। जापान और चीन के बाजार पर सबसे अधिक असर देखने को मिल रहा है। जापान के स्टॉक मार्केट निक्केई 225 में 800 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी गई।
वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन का कॉन्फ्रेन्स रद्द
कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए कॉन्फ्रेन्स को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। इसके कारण कई देशों से आवागमन प्रभावित हुआ है। कई देशों के प्रतिनिधि इसके कारण सम्मेलन में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। कोरोना की परिस्थिति को देखते हुए जब अनुमति मिलेगी हम ये कॉन्फ्रेंस आयोजित करेंगे।