Manipur की लगातार बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर राज्य के तीन जिलों में प्रशासन ने संपूर्ण निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। विश्व प्रसिद्ध इमा मार्केट के सामने छात्राें का धरना 10 सितंबर काे भी जारी रहा। इसी बीच अपनी मांगें न मानें जाने पर छात्राें ने अपना आंदाेलन तेज करने की चेतावानी दी है। इसी बीच मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक अभियान आईके मुइवा ने छात्रों से संयम से काम लेने की अपील की है और एक पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के बयान को बचकाना बताया।
छात्रों ने सौंपी मांगों की सूची
इंफाल में छात्रों का 10 सितंबर से शुरू हुआ धरना प्रदर्शन 10 सितंबर को भी जारी रहा। 9 सितंबर काे राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात के दाैरान छात्रों ने अपनी मांगों की सूची सौंपी है। साथ ही छात्राें ने अपनी मांगाें काे लेकर राज्यपाल को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। छात्र अपनी मांगे पूरी न हाेने तक राजभवन के सामने से किसी भी हालत में हटाने को तैयार नहीं थे। आखिरकार पुलिस बल का प्रयोग करके उन्हें हटना पड़ा। इसके बाद उत्तेजित छात्र विश्व प्रसिद्ध इमा मार्केट के सामने धरना पर बैठ गए। यहां छात्रों का धरना प्रदर्शन कल से लगातार जारी है। छात्र रातभर धरना पर बैठे रहे। छात्रों के अल्टीमेटम का समय बीत चुका है। इसी बीच छात्रों ने अपना आंदोलन और अधिक तेज करने की धमकी दी है।
तीन जिलों में निषेधाज्ञा लागू
छात्राें के आंदाेलन काे देखते हुए मणिपुर के इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट तथा थौबल के जिला मजिस्ट्रेटों ने बीएनएसएस 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा का आदेश फिर से लागू कर दी है। इस निषेधाज्ञा से एक स्थान पर पांच से अधिक लाेगाें के जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके तहत आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक ने की अपील
इसी बीच मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक अभियान आईके मुइवा ने छात्रों से अपील की है कि वे संयम से काम लें। कुछ निहित स्वार्थी तत्व छात्रों के आंदोलन का लाभ उठाकर हिंसा फैलाने की चेष्टा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि साेमवार काे राजभवन के सामने प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी की गई थी। प्रदर्शनकारी कानून को अपने हाथ में न लें। आईजीपी ने एक अवकाश प्राप्त सीनियर पुलिस अधिकारी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, जिसमें कहा गया था कि यहां कोई मणिपुर पुलिस नहीं है बल्कि मैतेई पुलिस और कुकी पुलिस राज्य में काम कर रही है। आईजीपी मुइवा ने इस बयान को बचकाना बताया। उन्होंने कहा कि मणिपुर पुलिस में मैनलैंड, कुकी, तथा मैतेई सभी लोगों की भागीदारी है। मणिपुर पुलिस किसी भी हालत में अपराध से समझौता नहीं कर सकती है। आईजीपी ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने में लगे हैं, जिनसे बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार सोशल मीडिया पर किए जाने वाले पोस्ट पर नजर रख रही है।
ड्रोन हमले की जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपने का विचार
मणिपुर में बीते सप्ताह हुए ड्रोन हमले की जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपने का विचार राज्य सरकार कर रही है। आज इंफाल में संवाददाता सम्मेलन के दौरान मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) आइके मुइवा ने ड्रोन हमले में विदेशी लिंक होने की पुष्टि की।
Trainee doctor rape-murder case: डेडलाइन खत्म, काम पर नहीं लौटे हड़ताली जूनियर डॉक्टर, अब क्या होगा?
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, “हम घटनास्थल से बरामद ड्रोन के टुकड़ों सहित विभिन्न साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं। बमों में इस्तेमाल किए गए रसायनों का विश्लेषण करने के लिए इन्हें फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।” उन्होंने मामले को बेहद गंभीर बताया। फॉरेंसिक टीमें बम विस्फोट स्थलों से एकत्र किये गये टुकड़ों सहित तमाम साक्ष्यों का विश्लेषण कर रही हैं।
आईजीपी मुइवा ने कहा कि पुलिस इन हमलों से संबंधित हर पहलू के जांच कर रही है। जांच के काम में फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ ही बम से संबंधित कई विशेषज्ञ जुटे हुए हैं।
Join Our WhatsApp Community