कनाडा में मारा गया खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर मूल रूप से पंजाब के जालंधर का रहने वाला था, लेकिन लंबे समय से वह कनाडा की धरती पर बैठकर पंजाब में अपराध की घटनाओं को अंजाम देता था। पंजाब पुलिस ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी, क्योंकि वह राज्य में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने से जुड़े कई मामलों में वांछित था।
2020 में आतंकवादी घोषित
खालिस्तान टाइगर फोर्स के नाम से आतंकी संगठन चलाने वाले हरदीप निज्जर को सितंबर, 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवादी घोषित कर दिया था। निज्जर जालंधर के भार सिंह पुरा गांव में पैदा हुआ था और उसने इसी गांव में पुजारी का कत्ल कराया था। इसके बाद इसी गांव में निज्जर की संपत्तियां कुर्क की गईं थीं। वह पंजाब में धार्मिक उन्माद फैलाने की फिराक में था।
देश में दंगे फैलाना चाहता था हरदीप सिंह निज्जर
पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निज्जर का अंतिम समय तक यही प्रयास रहा कि वह पंजाब या देश के अन्य हिस्सों में धार्मिक दंगे फैला सके। पंजाब में पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर और कई पुलिस थानों पर ग्रेनेड अटैक करवाने वाला अर्शदीप डल्ला भी उसी का सहयोगी है।
मददगारों पर पड़े थे छापे
निज्जर के संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के मददगारों पर जून माह के दौरान एनआईए ने पंजाब में नौ स्थानों पर छापे मारे थे। कनाडा में हत्या से पहले एनआईए को इनपुट मिला था कि केटीएफ पंजाब और हरियाणा में बड़ी वारदातों को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है, जिसमें धमाकों से लेकर टारगेट किलिंग तक शामिल है।