ईरान में हिजाब न पहनने पर पुलिस हिरासत में महिला की मौत से तूफान खड़ा हो गया है। 22 वर्षीय कुर्दिश महिला माहसा अमीनी की मौत के विरोध में ईरान में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कई जगह इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। इस दौरान दीवानदारेह शहर में पांच लोग मारे गए। यह ईरान के कुर्द क्षेत्र का वह हिस्सा है, जहां सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
इस बीच ईरान की महिला प्रदर्शनकारियों ने बाल कटवाकर हिजाब फूंक दिए। महिलाएं पर्दे में रहने के कठोर नियम का विरोध कर रही हैं। ईरान की न्यायपालिका ने महिला की मौत की जांच शुरू कर दी है। ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब पहना अनिवार्य है। सरकारी टेलीविजन की रिपोर्ट में मौतों की पुष्टि तो नहीं की गई है लेकिन खबरों में कई प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की बात कही गई है।
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शारीरिक प्रताड़ना का आरोप
उल्लेखनीय है कि हिजाब नहीं पहने होने के कारण मोरलिटी पुलिस ने 16 सितंबर को परिवार के साथ तेहरान घूमने आई अमीनी को हिरासत में लिया था और थाने में उसकी मौत हो गई थी। पुलिस का दावा है कि हार्ट अटैक से उसकी मौत हुई, लेकिन परिवार ने शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। अमीनी की मौत का बड़े पैमाने पर विरोध हो रहा है। शनिवार को साकेज में उसके जनाजे में शामिल लोगों ने प्रदर्शन किए। ईरान की पत्रकार मासिह अलिनेजाद ने इंटरनेट मीडिया पोस्ट में महिलाओं के बाल कटवाने का वीडियो पोस्ट किया है। एक दिन पहले कुर्दिश शहर सानांदाज के आजादी चौराहे पर अमीनी की मौत का विरोध कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारी महिलाओं एवं पुरुषों ने कार के शीशे तोड़ दिए औरआग लगा दी।