Pune hit and run case: पुणे हिट एंड रन मामले में नाबालिग आरोपित का ब्लड सैंपल बदलने वाले ससून अस्पताल के दो डॉक्टर अजय टावरे, श्रीहरि हलनोर और चपरासी अतुल घाटकांबले को 29 मई को निलंबित कर दिया गया है। इन तीनों को निलंबित करने का प्रस्ताव पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को 28 मई को भेजा था। इन तीनों आरोपितों को 27 मई को गिरफ्तार किया गया था और तीनों इस समय पुणे पुलिस की कस्टडी में हैं।
हादसे में हुई थी दो युवकों की मौत
पुणे में 19 मई को कल्याणी नगर इलाके में शराब के नशे में धुत्त नाबालिग वेदांत अग्रवाल ने बिना नंबर की पोर्शे कार 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाते हुए मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को कुचल दिया था। इस घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। स्थानीय नागरिकों ने वेदांत अग्रवाल को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने वेदांत का ब्लड सैंपल पुणे के ससून अस्पताल में अल्कोहल टेस्ट के लिए भेजा था।
रिश्वत की रकम बरामद
अस्पताल के डॉ. अजय टावरे और डॉ. श्रीहरि हलनोर ने चपरासी अतुल घाटकांबले के माध्यम से नाबालिग आरोपित के पिता विशाल अग्रवाल से तीन लाख रुपये लेकर आरोपित का ब्लड सैंपल कचरे में फेंक दिया और किसी अन्य शख्स का ब्लड सैंपल लेकर ब्लड टेस्ट किया। इसी आरोप में पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार किया और रिश्वत की तीन लाख रुपये भी बरामद कर ली है। इस संबंध में पुलिस को डाक्टरों और विशाल अग्रवाल के बीच फोन काल डिटेल और व्हाट्सएप चैट भी मिले हैं।