पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग में पांच लोगों की जान जाने की खबर है। ये आग 21 जनवरी को दोपहर करीब एक बजे लगी थी। यह प्लांट मांजरी क्षेत्र में है। जिस इमारत में आग लगी थी, उसमें बीसीजी के टीके का निर्माण कार्य चलता था। पांच लोगों की मौत पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और महाराष्ट्र सरकार ने भी दुख प्रकट किया है।
Anguished to learn about the unfortunate news of loss of lives due to the fire break out at @SerumInstIndia's facility in Pune. My thoughts & prayers with the bereaved families.
Appreciate efforts of @PuneCityPolice & Fire Department to bring the fire under control.— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) January 21, 2021
As per the information we've received, the fire is under control. There have been no casualties so far. The fire had not broken out at the COVID vaccine unit: Maharashtra CM Uddhav Thackeray, on fire at #SerumInstituteofIndia pic.twitter.com/sBwYtBb2gG
— ANI (@ANI) January 21, 2021
कोविशील्ड के निर्माण या भंडारण पर कोई असर नहीं
सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से मिली जानकारी के अनुसार इस आग से कोविड-19 के टीके कोविशील्ड के निर्माण या भंडारण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। आग टर्मिनल गेट-एक के पास के कॉम्प्लेक्स में लगी थी। एसईजेड-3 के चौथे-पांचवे मंजले पर आग की लपटें और धुआं निकल रही थी। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग की सूचना मिलते ही पुणे दमकल विभाग के कर्मचारी वहां पर पहुंच गए और आग बुझाने में जुट गए। थोड़ी हे देर में घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई थी।
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तीसरी और चौथी मंजिल पर लगी थी आग
बताया जा रहा है कि आग के दौरान कई जगहों पर विस्फोट की तेज आवाज सुनी गई। सीरम इस्टीट्यूट कंपनी इस आग की घटना की रिपोर्ट गृह विभाग को पेश करेगी। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे स्थानीय प्रशासन के संपर्क में रहे। पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें कोविशील्ड का कोई काम नहीं हो रहा था और कोविशील्ड पूरी तरह सुरक्षित है।
इस खबर को मराठी में पढ़ें – सीरम इन्स्टिट्यूटला भीषण आग
इनकी गई जान
इस अग्निकांड में जिन पांच लोगों की जान गई है वे सभी ठेका मजदूर थे और बिजली से संबंधित कार्य करते थे। उनके नाम इस प्रकार हैं।
रमा शंकर हरिजन
बिपिन सरोज
सुशील कुमार पांडेय
महेंद्र इंगले
प्रातीक पाष्टे