Punjab: उत्तर भारत में भयंकर गर्मी ने कई राज्यों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है….बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है । खासकर पंजाब में बिजली की मांग 15,500 मेगावाट तक पहुंच गई है। पंजाब में धान की रोपाई के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है। इसी तरह से मांग बढ़ती गई तो ग्रिड फेल हो सकता है । बिजली की आपूर्ति और मांग के अंतर को कम करने के लिए पंजाब सरकार उठाए कदम
पंजाब में बिजली संकट से बचने के लिए ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन ने पंजाब सरकार को एक पत्र लिखकर बिजली की मांग और आपूर्ति में अंतर को कम करने के लिए कहा है। इस पत्र के माध्यम से कहा गया है कि बिजली की मांग 1200 मेगावाट तक और बड़ी तो ग्रिड फेल हो सकता है। पत्र में ये मांग भी की गई है कि पंजाब में किसानों को धान की रोपाई के लिए 25 जून को करने के लिए नई तारीख देनी चाहिए।
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ज्यादा मुनाफे के धान की दो फसलें लगाने वालों पर हो कार्रवाई
पंजाब में किसान धान की दो फसलों की पैदावार करने के लिए धान की फसल समय से पहले ही लगा देते है इन फसलों के लिए वो ट्यूबवेल के पानी पर निर्भर रहते है। जिस कारण बिजली की खपत बढ़ जाती है । इतना ही नहीं ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन ने तो धान की कई किस्मों मसलन जो पानी की ज्यादा खपत करती हैं उन पर प्रतिबंध लगना चाहिए जिसमें पूसा 44, पीआर 126 और बासमती शामिल है।
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बिजली चोरी को माना जाए अपराध
पंजाब में 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाती है। पंजाब सरकार ने बिजली मुफ्त देने के लिए वर्ष 2024 25 के बजट में 7780 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। 300 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा के बाद इसकी चोरी भी बढ़ गई है मुफ्त बिजली लेने के लिए एक ही घर में दो-दो कनेक्शन ले लिए गए और बिजली के बिल को 600 यूनिट से कम रखने के लिए मीटरों की रीडिंग को कम कर लिया जाता है। इस काम के लिए सरकारी बिजली मीटर रीडरो की मदद ली जाती है। इसलिए बिजली की चोरी को अपराध मानकर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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