पंजाब के जालंधर में 25 दिसंबर को क्रिसमिस डे पर आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम के प्रचार के लिए रतिया शहर में आए ईसाई धर्म से जुड़े लोगों को हिंदू संगठनों ने वापस भेज दिया।
हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उक्त लोग कार्यक्रम के नाम पर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए बरगला रहे थे। प्रचार के लिए पहुंचे ईसाई धर्म से जुड़े लोगों से विवाद होने पर वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई।
चेतावनी देकर वापस भेजा
विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के हिसार विभागध्यक्ष विकास ग्रोवर, नगर संयोजक संजू जांगड़ा, रमन बलाना, अनिल कुमार, राजू सेठी, राजेश सेतिया, हरदीप, गोल्डी, चेतन ने कहा कि उन्हें सूचना मिली कि 13 दिसंबर की शाम को मेन बाजार में कुछ लोग ईसाई मिशनरी के कार्यक्रम को लेकर प्रचार के नाम पर लोगों को बीमारियां दूर करने सहित अन्य प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन के नाम पर बरगला रहे हैं। उनसे नाम, पते पूछे तो उनके अधिकांश लोग आसपास के गांवों के थे और कुछ पंजाब के जालंधर के थे। उनके पास प्रचार की साम्रगी थी, सभी को चेतावनी देकर वापस कर दिया गया।
प्रचारक रूपिंदर कौर ने दी सफाई
इस संबंध में स्थानीय पादरियों व पास्टरों का कहना है कि उनका इस कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं। वह अलग संगठन है। प्रचारक रूपिंदर कौर ने कहा कि वे अपने कार्यक्रम को लेकर प्रचार कर रहे थे। कार्यक्रम में जाने के लिए किसी पर कोई दबाव नहीं है। कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार कार्यक्रम में जा सकता है।