सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (Directorate of Vigilance and Anti-Corruption) में एक शिकायत (Complaint) प्राप्त हुई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मनुज कुमार सैकिया, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी (PWD) हाफलांग डिवीजन, हाफलोंग, जिला डिमा हसाउ ने शिकायतकर्ता के लंबित बिलों को जारी करने के लिए शिकायतकर्ता से रिश्वत (Bribery) के रूप में 55 हजार रुपये की मांग की। बाद में कार्यकारी अभियंता (Executive Engineer) ने रिश्वत की राशि को घटाकर 25 हजार रुपये कर दिया था।
रिश्वत देने के लिए तैयार नहीं हुए शिकायतकर्ता ने उपरोक्त लोक सेवक के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के लिए इस निदेशालय से संपर्क किया। तदनुसार सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय, असम के एक दल द्वारा आज कार्यकारी अभियंता के कार्यालय में एक जाल बिछाया गया।
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मनुज कुमार सैकिया को दोपहर 12.50 बजे उनके कार्यालय में शिकायतकर्ता से मांगी गई रिश्वत के हिस्से के रूप में 10 हजार रुपये स्वीकार करने के तुरंत बाद रंगे हाथों पकड़ा गया। रिश्वत की दागी राशि उसके कब्जे से बरामद कर ली गई है और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में उसे जब्त कर लिया गया है।
आरोपित लोक सेवक के खिलाफ पर्याप्त सबूत पाते हुए उसे असम के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में एसीबी पीएस केस नंबर 63/2023 के तहत एसीबी पुलिस स्टेशन में आज भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित) की धारा 7 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई चल रही है।
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