केन्द्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना के विरुद्ध आंदोलन और विरोध प्रदर्शन के कारण 62 स्थानों पर रेलगाड़ी सेवाएं प्रभावित हुई थी। आंदोलन से भारतीय रेलवे को 259.44 करोड रुपये की हानि हुई थी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 22 जुलाई को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अग्निपथ योजना के विरुद्ध आंदोलन और विरोध प्रदर्शन के कारण 62 स्थानों पर रेलगाड़ी सेवाएं प्रभावित हुई थी। 15 से 23 जून के बीच कुल 2132 रेलगाड़ियों को रद्द किया गया था।
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उन्होंने बताया कि आंदोलनों से होने वाली सार्वजनिक अव्यवस्था जैसा अग्निपथ योजना के आरंभ से हुआ, के कारण रेलगाड़ी सेवाओं के बाधित होने पर यात्रियों को वापस की गई धनराशि से संबंधित आंकड़े अलग से नहीं रखे जाते हैं। बहरहाल, 14 से 30 जून तक की अवधि के दौरान रेलगाड़ियों के रद्द होने के कारण लगभग 102.96 करोड़ रुपये की कुल धनराशि वापस की गई थी और अग्निपथ योजना के विरुद्ध आंदोलनों में रेलवे परिसंपत्तियों के नुकसान अथवा विनाश के कारण 259.44 करोड रुपये की हानि हुई थी।
वैष्णव ने बताया कि अग्निपथ योजना के कारण रद्द की गई सभी प्रभावित रेलगाड़ी सेवाओं को बहाल कर दिया गया है।
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