पूर्वी रेलवे (Eastern Railway) की सीमा में रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) ने जनवरी 2024 से नवंबर 2024 तक ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ (Operation Little Angels) के तहत 967 नाबालिगों (Minors) को बचाया (Rescued)। रेलवे के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
आरपीएफ कर्मियों ने अपनी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के माध्यम से इन बच्चों को उनके परिवारों से मिलाने या उचित प्राधिकरण के माध्यम से सुरक्षित देखभाल में रखने में अहम भूमिका निभाई। रेलवे अधिकारी ने बताया, “बचाए गए 967 बच्चों में 642 लड़के और 325 लड़कियां शामिल हैं।”
कई डिवीजनों में बच्चों को बचाया गया
हावड़ा डिवीजन में सबसे अधिक बचाव हावड़ा डिवीजन में सबसे अधिक बचाव हुए, जहां 329 लड़के और 140 लड़कियां विभिन्न स्टेशनों और परिसर से सुरक्षित निकाली गईं। सियालदह डिवीजन में 53 लड़के और 44 लड़कियां बचाई गईं। अन्य डिवीजनों में बचाए गए बच्चे आसनसोल डिवीजन में इस अवधि के दौरान 117 लड़के और 65 लड़कियां बचाई गईं, जबकि मालदा डिवीजन के तहत 143 लड़के और 76 लड़कियों को बचाया गया।
‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’
आरपीएफ के इस प्रयास ने न केवल इन बच्चों को सुरक्षित जीवन प्रदान किया है, बल्कि उनकी त्वरित कार्रवाई ने कई परिवारों को राहत और उम्मीद भी दी है। ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के तहत किया गया यह अभियान बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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