देश के करोड़ों लोगों को बड़ी राहत देते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने शुक्रवार (7 फरवरी) को ब्याज दरों (Interest Rates) में 0.25 फीसदी की कटौती (Cut) का ऐलान किया। रिजर्व बैंक ने करीब 5 साल बाद रेपो रेट (Repo Rate) में कटौती की है। रेपो रेट में इस 0.25 फीसदी (25 बेसिस प्वाइंट) की कटौती से होम लोन और कार लोन समेत सभी लोन सस्ते हो जाएंगे और लोगों को ईएमआई (EMI) में राहत मिलेगी। बता दें कि रिजर्व बैंक ने आखिरी बार जून 2023 में रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5 फीसदी किया था। जून 2023 के बाद से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
12 लाख रुपये तक आयकर न चुकाने की खुशखबरी के बाद अब आम आदमी को एक और खुशखबरी मिली है। आरबीआई ने पांच साल बाद रेपो रेट में कटौती का फैसला किया है। इससे गृह ऋण पर ब्याज दरों में उल्लेखनीय कमी आएगी। रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की गई है। इसलिए अब रेपो दर 6.50 प्रतिशत से बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गई है।
यह भी पढ़ें – RSS: दस दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंचे आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत
56 महीने बाद कटौती
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने 56 महीने बाद रेपो दर में कटौती की है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की। इसके बाद रेपो दर 6.25 प्रतिशत हो गयी। इस फैसले से आम आदमी को बड़ी राहत मिली है। इस निर्णय से घर खरीदने वालों की जेब पर बोझ कम होगा।
पैसा बचाने में मदद मिलेगी
देश के आम आदमी को एक ही सप्ताह में दूसरा सुखद झटका लगा है। 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि 12 लाख रुपये की वार्षिक आय पर आयकर नहीं देना होगा। तो अब रेपो रेट में कटौती का फैसला दूध-शक्कर योग बन गया है। इससे मध्यम वर्ग को पैसा बचाने में मदद मिलेगी। इसलिए बाजार में भी पैसा प्रचुर मात्रा में होगा।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की पहली बैठक
शक्तिकांत दास के इस्तीफे के बाद भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर नियुक्त किए गए संजय मल्होत्रा की यह पहली एमपीसी बैठक थी। संजय मल्होत्रा आरबीआई के 26वें गवर्नर हैं। उन्होंने 11 दिसंबर 2024 को 3 साल के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का पद संभाला था।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community