रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने लगातार छठी बार नीतिगत ब्याज दर (Policy Interest Rate) रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। रेपो दर को 6.5 फीसदी पर कायम रखने के मायने हैं कि मकान, वाहन समेत विभिन्न लोन पर मासिक किस्त (Monthly Installment) में कोई बदलाव नहीं होगा।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने गुरुवार को यहां मौद्रिक नीति समिति की द्विमासिक समीक्षा बैठक के नतीजों का ऐलान करते हुए यह बात कही। शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट (Repo Rate) को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। उन्होंने कहा कि एमपीसी की छह सदस्यीय टीम ने 5-1 की सहमति से नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर ही रखने का फैसला किया है।
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क्या होता है रेपो रेट
रेपो रेट वह नीतिगत ब्याज दर है, जिस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कमर्शियल बैंकों को कर्ज देता है। फिलहाल रेपो रेट 6.50 फीसदी है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने पिछले एक साल से रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। आरबीआई ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट को6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 फीसदी किया था।
आखिरी बैठक 8 दिसंबर 2023 को हुई थी
आखिरी बार आरबीआई की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति 8 दिसंबर, 2023 को जारी की गई थी। इसमें भी सेंट्रल बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि सेंट्रल बैंक ने ‘यथास्थिति’ बरकरार रखी है और रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर यथावत रखा गया था।
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