भारतीय चुनाव आयोग और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी के चलते गुजरात और हिमाचल प्रदेश राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों के दौरान रिकॉर्ड संख्या में बरामदगी की गई है। अब तक हिमाचल प्रदेश में 50.28 करोड़ और गुजरात में 71.88 करोड़ की नकदी, शराब, ड्रग्स, कीमती सामान, मुफ्त सुविधा की जब्ती की गई है।
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रलोभन मुक्त चुनाव कराने पर बल दिया और इसके लिए हिमाचल प्रदेश में बड़े पैमाने पर रुपये की बरामदगी का उदाहरण दिया था।
2017 में हुई थी 27.21 करोड़ रुपये की बरामदगी
इस अभियान के तहत चुनाव की घोषणा के कुछ ही दिनों के भीतर गुजरात में 71.88 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई, जो 2017 के विधानसभा चुनावों के लिए लागू आचार संहिता की पूरी अवधि के दौरान हुई 27.21 करोड़ रुपये की बरामदगी से कहीं ज्यादा है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में भी इस अवधि में 50.28 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई जो कि 2017 के 9.03 करोड़ की तुलना में पांच गुना से भी ज्यादा है।
धन-बल के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग ने दी यह सलाह
आयोग का कहना है कि नागरिक सतर्क हो जाएं और बड़े पैमाने पर सीविजिल ऐप का इस्तेमाल करना शुरू कर दें तो चुनावों में धन-बल के इस्तेमाल पर रोक लगाने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
बरामद नकदी और शराब का आंकड़ा
हिमाचल प्रदेश में की गई जब्ती में 17.18 करोड़ की नकदी, 9,72,818.24 लीटर यानी 17.50 करोड़ की शराब, 1.20 करोड़ के ड्रग्स 13.99 करोड़ की बहुमूल्य वस्तुएं, 0.41 करोड़ की मुफ्त सुविधा की पेशकश शामिल है। वहीं गुजरात में की गई जब्ती में 0.66 करोड़ की नकदी, 1,09,189.19 लीटर यानी 3.86 करोड़ की शराब, 0.94 करोड़ के ड्रग्स, 1.86 करोड़ की बहुमूल्य वस्तुएं, 64.56 करोड़ की मुफ्त सुविधा की पेशकश शामिल है।