हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के इंदौरा और फतेहपुर उपमंडल में 15 अगस्त दोपहर से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में वायुसेना के हेलीकॉप्टर, सेना और एनडीआरएफ की मदद से लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित निकालने का अभियान 16 अगस्त को भी जारी रहा। इस अभियान में सुबह 11 बजे तक 933 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। इनमें 585 लोगों को इंदोरा और 348 लोगों को फतेहपुर से रेस्क्यू किया गया है। इन लोगों को एचआरटीसी की बसों से प्रशासन द्वारा स्थापित राहत शिविरों में ले जाया जा रहा है। राहत एवं बचाव कार्य अभी जारी है।
539 लोगों ने लिया राहत शिविरों में आश्रय
उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि इंदोरा और फतेहपुर से निकाले जा रहे लोगों को प्रशासन द्वारा स्थापित राहत शिविरों में ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोपहर 2 बजे तक कुल 539 लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है। उपायुक्त ने बताया कि रिलीफ कैंपस् में प्रशासन द्वारा लोगों के रहने-खाने की पूरी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा वहां मेडिकल टीमों की तैनाती भी की गई है, जो रेस्क्यू किए गए लोगों का निरंतर स्वास्थ्य जांच कर जरूरी उपचार भी कर रही है।
पांच स्थानों रिलीफ कैंप स्थापित
जिलाधीश ने बताया कि रेस्क्यू किए गए लोगों के लिए पांच रिलीफ कैंप स्थापित किए गए हैं, जिनमें फतेहपुर और इंदोरा में दो-दो तथा नूरपुर में एक राहत शिविर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि फतेहपुर उपमंडल के बढूखर में 212 और फतेहपुर में 121 लोग रह रहे हैं। वहीं इंदोरा के राम गोपाल मंदिर में 67 तथा शेखपुरा में 111 लोगों ने आश्रय लिया है। उन्होंने बताया कि नूरपुर के लदरोड़ी में स्थापित राहत शिविर में 28 लोग अभी रह रहे हैं।