Rajasthan: 10वें दिन भी चेतना तक नहीं पहुंच पाई रेस्क्यू टीमें, 700 फीट गहरे बोरवेल में फंसी है मासूम बच्ची

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को कड़ाके की ठंड और तकनीकी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। न्यूनतम तापमान 7-8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने से ऑपरेशन रात के समय और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

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राजस्थान (Rajasthan) के कोटपूतली (Kotputli) के किरतपुरा स्थित बड़ियाली की ढाणी में 700 फीट गहरे बोरवेल (Borewell) में फंसी तीन वर्षीय चेतना (Chetna) को बचाने के प्रयास अब भी जारी हैं। घटना के दस दिन बाद भी बच्ची को बाहर निकालने में सफलता नहीं मिल पाई है। चेतना 23 दिसंबर को खेलते समय बोरवेल में गिरकर 150 फीट की गहराई में फंस गई थी। रेस्क्यू टीम (Rescue Team) ने देसी जुगाड़ से उसे 30 फीट ऊपर लाने में सफलता पाई थी, लेकिन इसके बाद ऑपरेशन में प्रगति धीमी हो गई।

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को कड़ाके की ठंड और तकनीकी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। न्यूनतम तापमान 7-8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने से ऑपरेशन रात के समय और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। ऑपरेशन के दौरान कई बार दिशा भटकने और समय बर्बाद होने के आरोप लगे हैं। देसी जुगाड़ के बाद जब मशीनों से खुदाई शुरू हुई, तो सुरंग की दिशा भी गलत हो गई।

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बचाव दल आज चेतना तक पहुंच सकता है?
रेस्क्यू टीम ने बुधवार सुबह ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) मशीन की मदद से बोरवेल की सटीक लोकेशन ट्रेस कर ली है। अधिकारियों ने दावा किया है कि सुरंग के जरिए चेतना तक पहुंचने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आज रेस्क्यू टीम चेतना तक पहुंच सकती है। कैमरे की मदद से चेतना की स्थिति का पता लगाने के प्रयास किए गए, लेकिन पिछले आठ दिनों से किसी भी मूवमेंट का संकेत नहीं मिला है। अधिकारियों ने बच्ची की स्थिति को लेकर अब तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।

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