RG Kar case: दो मुख्य आरोपितों को जमानत मिलने पर गुस्सा, डॉक्टर ऐसे कर रहे हैं विरोध

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर का शव नौ अगस्त को मिला था। इस घटना ने देशभर में आक्रोश और विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया था।

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RG Kar case: पश्चिम बंगाल संयुक्त डॉक्टर्स मंच (डब्ल्यूबीजेपीडी) ने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल बलात्कार और हत्या मामले में सीबीआई जांच और दो मुख्य आरोपितों को जमानत मिलने के विरोध में दस दिनों तक लगातार धरना-प्रदर्शन आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह प्रदर्शन 19 दिसंबर से शुरू होकर 26 दिसंबर तक चलेगा।

सीबीआई से मांग
डब्ल्यूबीजेपीडी के संयुक्त संयोजक डॉ. पुण्यब्रत गुन ने बताया कि यह प्रदर्शन कोलकाता के डोरीना क्रॉसिंग पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम सीबीआई से इस मामले में पूरक आरोप पत्र तुरंत दाखिल करने की मांग करते हैं।”

पुलिस आयुक्त से मांगी मंजूरी
संगठन ने कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा को पत्र लिखकर धरना-स्थल पर मंच स्थापित करने की अनुमति मांगी है। डॉ. गुन ने सोमवार को कहा, “हमने पुलिस को आश्वस्त किया है कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण और कानूनी नियमों का पालन करते हुए आयोजित किया जाएगा। हमने यह भी अनुरोध किया है कि पुलिस सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।”डब्ल्यूबीजेपीडी ने शनिवार को सॉल्ट लेक स्थित सीबीआई कार्यालय तक एक मार्च भी निकाला था, जिसमें इस मामले में हो रही देरी और आरोपितों को जमानत मिलने पर नाराजगी जताई गई।

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यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर का शव नौ अगस्त को मिला था। इस घटना ने देशभर में आक्रोश और विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया था।गत शुक्रवार को सियालदह अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला थाने के पूर्व प्रभारी अभिजीत मंडल को जमानत दे दी। अदालत ने यह जमानत सीबीआई द्वारा अनिवार्य 90 दिनों के भीतर आरोप पत्र दाखिल न कर पाने के कारण दी। डॉक्टर्स मंच का कहना है कि जब तक आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी नहीं होती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन न्याय और सुरक्षा की मांग को मजबूत करने का प्रयास है।

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