बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के चकिया से गिरफ्तार प्रतिबंधित पीएलएफआई के राज्य उपाध्यक्ष रियाज मारूफ ने एनआइए की पूछताछ में कई राज उगले है।जिसके आधार पर एनआइए की टीम ने मोतिहारी पुलिस के साथ करीब आठ से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है।
एनआइए और एटीएस की टीम ने की लंबी पूछताछ
उल्लेखनीय है कि मोतिहारी पुलिस के रियाज को गिरफ्तार किये जाने के बाद पिपरा थाना में एनआइए व एटीएस की टीम ने उससे लंबी पूछताछ की है।जहां उसने दो वैसे लोगो का नाम बताया है,कि जो चकिया थाना में खाना बनाने के काम की आड़ में पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखते थे।इसके साथ ही उसने उन क्षेत्रों की भी जानकारी दी है,जहां पीएलएफआई की गतिविधियां आज भी संचालित हो रही है। जिसमे मोतिहारी,चकिया के साथ मुजफ्फरपुर के भी कई क्षेत्र शामिल है।
रो पड़ा रियाज
पूछताछ की शुरूआत में रियाज रो रो कर पहले अपने को निर्दोष और पीएलएफआई से अलग होने का दावा करता रहा लेकिन बाद में उसने पीएलएफआई के काम करने के तरीके,संगठन से नये लोगो को जोड़ने के तरीके और प्रभाव क्षेत्र बारे में भी जानकारी दी। उसके आधार पर जांच एजेंसी ने कारवाई तेज कर दी है। एनआइए और मोतिहारी पुलिस ने रियाज मारूफ की पत्नी और भाई का फोन भी जब्त किया है,जिसकी जांच की जा रही है।
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कई स्थानों पर छापेमारी
रियाज की निशानदेही पर जांच एजेंसी ने मुजफ्फरपुर समेत उन स्थानों पर भी दबिश दी है,जहां पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य होने का पता चला है। रियाज की गिरफ्तारी को लेकर एनआइए की टीम ने लगातार सात बार पूर्वी चंपारण में दबिश दिया,लेकिन हर बार वह चकमा देकर फरार होता रहा लेकिन शनिवार को मोतिहारी पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़ने में कामयाब रही।