राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की तीन दिवसीय समन्वय बैठक (Coordination Meeting) शनिवार (31 अगस्त) से केरल (Kerala) के पलक्कड़ जिले (Palakkad District) में शुरू हो गई है। इस बैठक में विभिन्न संगठनों (Organizations) के प्रतिनिधि और भाजपा (BJP) के कई प्रमुख नेता शामिल हो रहे हैं। इस बैठक का उद्देश्य विभिन्न संगठनों के अनुभवों और विचारों को साझा कर एक संगठित राष्ट्रीय दृष्टिकोण तैयार करना है। बैठक ऐसे समय में आयोजित की जा रही है जब संघ और भाजपा के बीच कथित तनाव की खबरें आ रही हैं, जिससे यह बैठक और भी महत्वपूर्ण हो गई है। आरएसएस की इस बैठक में 32 सहयोगी संगठनों के 320 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
आरएसएस की समन्वय बैठक में राष्ट्रीय मुद्दों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों के महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा होगी। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे। मोदी सरकार 3.0 के गठन के बाद आरएसएस की अपने सहयोगी संगठनों के साथ यह पहली समन्वय बैठक है।
पालक्काड, केरल (31 अगस्त, 2024)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक केरल के पालक्काड में आरम्भ हुई। यह बैठक 2 सितंबर तक चलेगी। इस अखिल भारतीय समन्वय बैठक में पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत, माननीय सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी छह सह… pic.twitter.com/ausj29aE0s
— RSS (@RSSorg) August 31, 2024
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संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत भी मौजूद
बैठक में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत, सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और सभी सह सरकार्यवाह भी मौजूद रहेंगे। पिछले साल यह बैठक पुणे में हुई थी। यह बैठक ऐसे समय में खास है जब भाजपा के लिए नया अध्यक्ष चुना जाना है। साथ ही जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में चुनावी बिगुल बज चुका है।
सहयोगी संगठन देंगे रिपोर्ट
संघ की इस बैठक में सामाजिक समरसता, उपनिवेशवाद को समाप्त करना, पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इस बैठक में संघ के सभी सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि अपने-अपने संगठनों की गतिविधियों की रिपोर्ट देंगे।
कई मुद्दों पर होगी चर्चा
सूत्रों के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे, बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति, महिलाओं की सुरक्षा, कुछ राज्यों में कृषि और जलवायु संकट, आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण जैसे मुद्दे भी चर्चा में शामिल रहेंगे।
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