यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध अभी समाप्त नहीं हुआ है। इस बीच प्रशांत महासागर में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। दरअसल रूस और चीन के युद्धपोतों ने जापान को घेर लिया है। माना जा रहा है कि रूस और चीन के दो दर्जन से अधिक युद्धपोत पिछले कुछ दिनों से जापान और उसके द्वीपों के चारों ओर समुद्र में चक्कर लगा रहे हैं।
जापान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर चीन के युद्धपोतों को लेकर चिंता जाहिर की। जापान की सेना अपने देश के चारों तरफ लगातार चक्कर लगा रहे इन रूसी और चीनी युद्धपोतों पर नजर बनाए हुए है। पिछले चार दिनों में ही जापानी सेना ने चीन के चार और रूस के 16 नौसैनिक जहाजों का पता लगाया है।
जापान बनाए हुए है नजर
इन युद्धपोतों में चीन का सबसे आधुनिक व ताकतवार टाइप 055 डेस्ट्रायर युद्धपोत भी शामिल है। इसके अलावा टाइप 052 डी डेस्ट्रायर युद्धपोत और एक टाइप 901 आपूर्ति जहाज भी प्रशांत महासागर में दक्षिण से होंशू द्वीप के पश्चिम की ओर जाते हुए देखा गया है। इनके साथ एक इलेक्ट्रानिक खुफिया निगरानी युद्धपोत भी वहां मौजूद है। दो चीनी युद्धपोत जापान के मुख्य द्वीप होक्काइदो को उत्तर में सखालिन द्वीप से अलग करने वाले सोया स्ट्रेट से गुजरते हुए प्रशांत महासागर की ओर बढ़ गए। ठीक उसी समय जासूसी और ईंधन की आपूर्ति करने वाला एक युद्धपोत प्रशांत महासागर से गुजरा।
16 युद्धपोतों ने कर रखी है घेराबंदी
इन चीनी युद्धपोतों के अलावा रूस के 16 युद्धपोत भी जापान के चक्कर लगा रहे हैं। जापान की सेना ने कहा कि पांच रूसी युद्धपोत फिलीपींस सागर से पूर्वी चीन सागर में घुसे हैं। ये रूसी युद्धपोत जापानी द्वीपों ओकिनावा और मियाकोजिमा के समुद्री इलाके से होकर गुजरे हैं। इसके अलावा 11 अन्य रूसी युद्धपोत जापान के पास के समुद्री इलाके में गश्त लगा रहे हैं।