यूक्रेन के सबसे बड़े परमाणु पावर प्लांट पर रूसी सैनिकों ने हमला कर दिया है। रूसी सैनिकों ने 4 मार्च को यूक्रेन स्थित यूरोप के सबसे बड़े आणविक संयंत्र जापोरिज्जिया पर हमला कर दिया है। इसमें छह रिएक्टर हैं।
इस घटना की जानकारी यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्विटर पर साझा करते हुए कहा कि इस आणविक संयंत्र में अगर आग लगती है या धमाका होता है तो यह चेर्नोबिल अप्रैल 1986 से बड़ी त्रासदी होगी।
संयंत्र के प्रवक्ता एंड्रिय तुज के हवाले से दी खबर
एक अन्य अंतरराष्ट्रीय संवाद समिति ने संयंत्र के प्रवक्ता एंड्रिय तुज के हवाले से कहा है कि रूसी हमले को तत्काल नहीं रोका गया तो इस संयंत्र की विकिरण से आणविक तबाही हो सकती है। एक रिएक्टर में आग लग चुकी है।
मेयर दिमित्र ओरलोव का दावा
घटनाक्रम के बारे में प्लांट के पास स्थित शहर एनरगोदर के मेयर दिमित्र ओरलोव का कहना है कि रूसी सैनिकों ने संयंत्र को चारों तरफ से घेर लिया है। जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार जापोरिज्जिया आणविक संयंत्र के नजदीक 4 मार्च की सुबह मिलिट्री की कुछ गाड़ियां देखी गयीं। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय आणविक ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक मारिअनो ग्रोसी ने इस संयंत्र पर रूसी हमले की आशंका जताई थी और एक बड़े हादसे का संकेत दिया था।
होता है 25 प्रतिशत बिजली उत्पादन
जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र की साइट के पास रेडिएशन के ऊंचे स्तर का पता चला है। यूक्रेन में कुल बिजली उत्पादन का 25 प्रतिशत उत्पादन इसी प्लांट से होता है।
अमेरिकी आणविक समाज ने की निंदा
अमेरिका आणविक सोसाइटी ने यूक्रेन के इस आणविक संयंत्र पर रूसी हमले की निंदा की है। साथ ही कहा है कि रूसी हमले से हुई क्षति का जायजा लिया जा रहा है।
चेर्नोबिल से कितना बड़ा है यह संयंत्र
बता दें कि यह संयंत्र क्रीमिया से सौ मील उत्तर में डनीपेर नदी पर स्थित है, जो यूरोप का सबसे बड़ा आणविक संयंत्र है। इसके सभी छह रिएक्टर 6000 मेगावाट बिजली पैदा करते हैं। इसके विपरीत चेर्नोबिल संयंत्र मात्र 3800 मेगावाट बिजली पैदा करता है।