संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 4 मई को कहा कि वैश्विक खाद्य सुरक्षा की समस्या को यूक्रेनी कृषि उत्पादन और रूसी खाद्य और उर्वरक उत्पादन को विश्व बाजार में बहाल किए बिना हल नहीं किया जा सकता है।
वित्तीय बाजारों में बढ़ी अस्थिरता
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने वित्तीय बाजारों में अस्थिरता को बढ़ा दिया है। खाद्यान्न व वस्तुओं की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और दुनियाभर की आपूर्ति को प्रभावित किया है। कोरोना महामारी ने नाइजीरिया सहित कई देशों की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार दिया है।
ऊर्जा और वित्तीय प्रणाली तबाह
नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में संवाददाताओं से गुटेरेस ने कहा कि हमारे विश्लेषण से संकेत मिलता है कि यूक्रेन युद्ध केवल वस्तुओं का ही नहीं, बल्कि त्रि-आयामी संकट को बढ़ा रहा है जो विकासशील देशों के लिए वैश्विक खाद्य, ऊर्जा और वित्तीय प्रणालियों को तबाह कर रहा है।
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वैश्विक खाद्य सुरक्षा की समस्या
उन्होंने कहा कि यूक्रेन के कृषि उत्पादन और रूस और बेलारूस के खाद्य और उर्वरक उत्पादन को विश्व बाजार में वापस लाए बिना वैश्विक खाद्य सुरक्षा की समस्या का वास्तव में कोई सही समाधान नहीं है।
नाइजीरियाई संप्रभु निवेश प्राधिकरण (एनएसआईए) के प्रमुख ने कहा कि पश्चिमी प्रतिबंधों के प्रभाव के कारण रूस से प्रमुख उर्वरक आयात करने में असमर्थ नाइजीरिया को अप्रैल में कनाडाई पोटाश की आपातकालीन आपूर्ति खरीदनी पड़ी थी।
अफ्रीका को बड़ा झटका
पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा था कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने उप-सहारा अफ्रीका को एक और भारी झटका दिया, जिससे भोजन और ऊर्जा की कीमतें अधिक हो गईं और सबसे कमजोर लोगों को भूख के खतरे में डाल दिया।
खाद्य कीमतों पर नियंत्रण आवश्यक
गुटेरेस ने कहा कि हमें सभी अनावश्यक निर्यात प्रतिबंधों को हटाकर खुले बाजारों के माध्यम से भोजन और ऊर्जा में एक स्थिर प्रवाह सुनिश्चित करने की जरूरत है। जरूरतमंदों को अधिशेष और भंडार निर्देशित करने और बाजार की अस्थिरता को रोकने के लिए खाद्य कीमतों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है।