सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर का आरंभ, केंद्रीय सूचना आयुक्त के हाथों उद्घाटन

सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर का आरंभ यूनिवर्सिटी में ग्यारहवीं चेयर है। इसके माध्यम से छात्रों को जानने, संशोधन करने में सहायता होगी।

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सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी वीर सावरकर चेयर

सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी (Saurashtra University) के लिए शुक्रवार एक बड़ा दिन रहा। इस दिन स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर (पीठ) (Swatantryaveer Savarkar Chair) का उद्घाटन केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर के हाथों संपन्न हुआ। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उदय माहूरकर ने कहा कि, देश में एक गलत अवधारणा प्रसारित की जा रही थी, जो अब थम जाएगी। स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर का आरंभ एक नए सशक्त भारत का संकेत है।

हिंदुस्थान पोस्ट से अपने विचार साझा करते हुए केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर (CIC Uday Mahurkar) ने कहा कि, स्वतंत्रता के बाद हमारे देश में तुष्टीकरण की नीति चल रही थी। यह वोट बैंक पर आधारित थी। इससे देश को बड़ी क्षति पहुंची। स्वातंत्र्यवीर सावरकर के कार्य, उनके त्याग को छुपाया गया, गलत अवधारणाएं फैलाई जाती रहीं। इजरायल वर्ष 1948 में सार्वभौम राष्ट्र के रूप में स्थापित हुआ,वहां के लोग अपने आपको सशक्त रूप से इसलिए स्थापित कर पाए क्योंकि उनके यहां तुष्टीकरण नहीं था, उनके यहां वोट बैंक की राजनीति नहीं की गई। भारत में अब भी जब तुष्टीकरण की नीति चलाई जाएगी, उस समय स्वातंत्र्यवीर सावरकर पर बड़े हमले किये जाएंगे। परंतु, पिछले आठ वर्षों के बीच स्थिति में बड़ा परिवर्तन हुआ है। इसका संकेत है, सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर (पीठ) का आरंभ होना। स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर का आरंभ होने से स्वातंत्र्यवीर सावरकर के विषय में छात्रों को नई जानकारी प्राप्त होगी। उनके विचारों का एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में प्रसार होगा। एक जो भावना स्वातंत्र्यवीर सावरकर के काल में थी कि, राष्ट्र प्रथम वह भावना अब प्रबल हो रही है।

सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर के उद्घाटन के अवसर पर प्रभारी उपकुलपति गिरीश भिमाणी (In Charge Vice Chancellor Girish Bhimani) भी उपस्थित थे। यूनिर्सिटी में यह ग्यारहवीं चेयर है। इसका नाम ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर, अभ्यास अने संशोधन केंद्र’ है। उद्घाटन के अवसर पर अपने संबोधन में उपकुलपति गिरीश भिमानी ने कहा कि, हम वीर सावरकर के पूरे जीवन चक्र को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करेंगे। जिस भी छात्र को स्वातंत्र्यवीर सावरकर के जीवन पर शोध करना है और उसे सहायता चाहिये, यूनिर्सिटी में स्थित स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर उसका पूर्ण मार्गदर्शन करेगी। सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी ने प्रोफेसर दीपक पटेल को स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर का संयोजक नियुक्त किया है।

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यह एक परंपरा है
केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर ने स्वातंत्र्यवीर सावरकर पर पुस्तक लिखा है। उनकी पुस्तक का नाम है ‘वीर सावरकर: द मैन हू कुड हैव प्रिवेंटेड द पार्टीशन’। इस पुस्तक के लेखक उदय माहूरकर के साथ सहलेखक हैं चिरायु पंडित। सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर के उद्घाटन अवसर संबोधित करते हुए उदय माहूरकर ने कहा कि, यह एक नया आरंभ है, जो अब एक परंपरा का रूप ले लेगी, जिसे अन्य यूनिवर्सिटी अपनाएंगी और स्वातंत्र्यवीर सावरकर चेयर का गठन करेंगी।

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