केंद्र सरकार की उड़ान स्कीम को जल्द ही पंख लगनेवाली है। इसके तहत देश के कई छोटे-बड़े शहरों को जोड़ा जाएगा। मोदी सरकार अब देश के प्रमुख शहरों के बीच सी-प्लेन सेवा शुरू करने की योजना बना रही है। पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्रालय ने इस योजना को अमली जामा पहनाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी दी गई है लेकिन कंपनी का प्रशासनिक नियंत्रन मंत्रालय के पास ही रहेगा।
कर ली गई है रुटों की पहचान
एयरलाइन ऑपरेटरों के जरिए स्पेशल व्हीकल फ्रेमवर्क के तहत सी-प्लेन सेवा के लिए बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने देश के कई रुटों की पहचान कर ली है। चुने गए रुट्स से अंडमान- निकोबार व लक्षद्वीप के कई द्विपों, असम में गुवाहाटी रिवरफ्रंट व उमरांसो जलाशय, दिल्ली के यमुना रिवरफ्रंट से अयोध्या, टिहरी, श्रीनगर और चंडीगढ़ शामिल हैं।
ये भी पढ़ेंः अब अमेरिका को दिखाया इंग्लैंड ने ठेंगा!
पर्यटन स्थलों पर भी उपलब्ध होगी सेवा
इसके आलावा पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई पर्यटन स्थलो को भी उड़ान सेवा से जोड़ा जाएगा। यही नहीं मुबई से शिरडी, लोनावाला, गणपतिपुले के बीच भी सी-प्लेन सेवा शुरू करने की योजना है। गुजरात के सूरत से द्वारका, मांडवी और कांडला के बीच भी सी प्लेन से यात्रा की जा सकेगी। महाराष्ट्र में नागपुर के खिंडसी डैम और इराई डैम चंद्रपुर के बीच भी आनेवाले समय में सी प्लेन तलाया जाएगा।
ये भी पढ़ेंः कैसी है पहली सी प्लेन?
गुजरात में शुरू है सेवा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2020 को गुजरात के अहमदाबाद में केवडिया और साबरमती के बीच सी-प्लेन ऑपरेशन का उद्घाटन किया गया था। उम्मीद की जा रही थी कि भारत में सी-प्लेन सेवा शुरू कर ना सिर्फ देश के दूर दराज के इलाकों को बड़े शहरों से जोड़ा जा सकेगा, बल्कि आम लोगों को भी भी सस्ते में यह सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।अच्छी बात यह भी है कि इसमे ज्यादा निवेश करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए टर्मिनल बिल्डिंग की भी जरुत नहीं होगी।
ये भी पढ़ेंः …तो कुर्क हो जाएगी संपत्ति!
साबित हो सकती है गेम चेंजर
सी प्लेन सेवा देश की अर्थव्यवस्था और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर में गेम चेंजर साबित हो सकती है। इस सेवा के माध्यम से न सिर्फ तेजी से यात्रियों और सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा सकेगा, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार क्रिएट होगा और पर्यटन स्थल सीधे सी-प्लेन सेवा से जुड़ सकेंगे। इससे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को नई ऊंचाई मिलेगी। इसके साथ ही पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों के साथ ही नदी व जलाशयोंके बीच कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी।