पुंछ आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की तलाश 24अप्रैल को चौथे दिन भी सुरक्षा बलों का अभियान जारी रहा। सुरक्षा बलों ने इसी अभियान के तहत 40 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
पुंछ में पिछले दिनों हुए एक आतंकी हमले के दौरान सैन्य वाहन में आग लगने से सेना के पांच जवान बलिदान हो गए थे और छठा गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसका अभी भी सेना अस्पताल में इलाज जारी है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि भाटाधूरियां के जंगल में, तोता गली और पड़ोसी इलाकों में घेराबंदी के साथ तलाशी अभियान और तेज करने के लिए अतिरिक्त सैनिकों को सर्च ऑपरेशन में शामिल किया गया है।
अभी तक की जानकारी में खुलासा
अधिकारी ने बताया कि कई सुरक्षा एजेंसियों के साथ यह खोजी अभियान चौथे दिन में प्रवेश कर गया है और पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है। अभी तक की जांच में पता चला है कि सेना के जवानों को ले जा रहे वाहन पर हमला करने से पहले आतंकी भींबर गली-पुंछ मार्ग पर एक पुलिया के नीचे छिपे हुए थे। एक स्नाइपर ने सेना के ट्रक को सामने से निशाना बनाया, इससे पहले उसके साथियों ने विपरीत दिशा से गोलियां बरसाईं और ग्रेनेड फेंके। सैनिकों को जवाबी कार्रवाई करने का समय नहीं मिला।
स्टील कोर बुलेट का इस्तेमाल
अधिकारियों ने कहा कि आतंकियों ने स्टील कोर बुलेट का इस्तेमाल किया, जो एक बख्तरबंद ढाल में भी घुसने की ताकत रखती है। भागने से पहले आतंकियों ने सैनिकों के हथियार और गोला-बारूद भी लूट लिए। बख्तरबंद वाहन पर गोलियों के 50 से ज्यादा निशान पाए गए हैं। तलाशी अभियान के दौरान सैनिकों को क्षेत्र में कुछ प्राकृतिक गुफा में आतंकी ठिकाने मिले हैं, जो संभवतः अतीत में आतंकी इस्तेमाल करते थे। आतंकी हमले के बाद बंद किया गया भींबर गली-पुंछ मार्ग फिर से खोल दिया गया है।
एजेंसियों ने किया घटनास्थल का दौरा
इसी दौरान सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि घातक हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों को पकड़ने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) सहित विभिन्न एजेंसियों के विशेषज्ञों ने जांच के लिए पिछले दो दिनों में घटनास्थल का दौरा किया है।