West Bengal: तृणमूल नेता शेख शाहजहां(Trinamool leader Sheikh Shahjahan) ने संदेशखाली में अपने घर पर छापेमारी(ED raid) के दौरान ईडी अधिकारियों पर हमला मामले(Attack cases on ED officers) में चल रही सुनवाई में पक्षकार बनने की अर्जी(petition to become party) लगाई थी। लेकिन 16 जनवरी को उसे वापस ले लिया। 15 जनवरी को ही उनके अधिवक्ता ने उनकी ओर से आवेदन दाखिल किया था और 24 घंटे के अंदर इसे वापस लेने की गुहार लगाई है।
पांच जनवरी को हमला करने का मामला
ईडी ने संदेशखाली के तृणमूल नेता शाहजहां पर पांच जनवरी को संदेशखाली में ग्रामीणों को भड़काने का आरोप लगाया है। संदेशखाली की घटना के करीब 10 दिन बाद पिछले सोमवार को शाहजहां ने अपने वकील के जरिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उसका कहना था कि मामले में सीबीआई या किसी अन्य एजेंसी से जांच का निर्देश देने से पहले उसका पक्ष सुना जाना चाहिए।
सीबीआई जांच की मांग
ईडी के वकील एसवी राजू और धीरज त्रिवेदी ने संदेशखाली घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय में मामला दायर किया है। शाहजहां के वकील ने सोमवार को उस मामले में जस्टिस जय सेनगुप्ता का ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने कहा था कि उनका मुवक्किल भी इस मामले में शामिल होना चाहता है। हालांकि कोर्ट ने इस अर्जी पर शाहजहां के वकील को फटकार भी लगाई। जज ने कहा था कि पहले अपने मुवक्कील को सरेंडर करने को कहिए। उसके बाद मंगलवार को शाहजहां के वकील ने कहा कि वह पक्षकार नहीं बनना चाहता।
तीन और गिरफ्तार, गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर हुई सात
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में छापेमारी करने गए ईडी अधिकारियों पर हमला मामले में तीन अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने 16 जनवरी की सुबह उत्तर 24 परगना के कनमारी और सरबेरिया इलाकों में तलाशी के बाद अनारुल मोल्ला, अजीजुल शेख और हाजिनूर शेख को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। इस दिशा में हमले के 12 दिन बाद भी मुख्य आरोपित शाहजहां शेख अभी भी लापता है।
15 जनवरी को दो अन्य लोगों अली हुसैन घरामी और संजय मंडल को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने अली हुसैन को उत्तर 24 परगना जिले के मिनाखान से, जबकि संजय को उसी जिले के नज़ात इलाके से गिरफ्तार किया था। उसके पहले 12 जनवरी को सुकमल सरदार और मेहबूब मोल्ला को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस ने हमले के वीडियो फुटेज से पहचान कर इन्हें गिरफ्तार किया था।
शेख शाहजहां अभी भी फरार
हमले के पीछे कथित मास्टरमाइंड और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां, जिनके आवास पर ईडी के अधिकारियों ने छापेमारी का प्रयास किया था, अभी भी फरार हैं। ईडी ने शाहजहां के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। बीएसएफ की सीमा चौकियों को भी इस आशंका में सतर्क कर दिया गया है कि फरार सत्तारूढ़ नेता पड़ोसी बांग्लादेश में भाग सकता है। पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि पुलिस को शाहजहां के बारे में पता है और वह फरार नेता को संरक्षण दे रही है।
यह है मामला
उल्लेखनीय हैं कि पांच जनवरी को छापेमारी करने गई ईडी टीम पर हमला हुआ था जिसमें तीन अधिकारी घायल हो गए हैं। सीएपीएफ अधिकारियों पर भी हमले किए गए थे और उनकी गाड़ियां तोड़ दी गई थीं।