शिमला के लालपानी इलाके में मंगलवार शाम भूस्खलन की घटना में आधा दर्जन मकान धराशायी हो गए। इन मकानों का मलबा गिरने से स्लाटरहाउस भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इस भयानक हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य में जुटी टीमों ने दो शव बरामद किए हैं। ये शव भूस्खलन की चपेट में आये स्लाटरहाउस के पास मलबे से निकाले गए हैं। दोनों शव पुरुषों के हैं। इनकी शिनाख्त की जा रही है। एक शव का सिर धड़ से अलग मिला है। कुछ लोगों के स्लाटर हाउस में अभी भी फंसे होने की आशंका है। राज्य में बारिश के कारण हुई घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है।
घरों के धंसने की आशंका से इन्हें हादसे से पहले ही खाली करवा दिया गया था, अन्यथा हादसा और भयावय हो सकता था। एसपी शिमला संजीव गांधी ने भूस्खलन की घटना में दो लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि एक शव क्षत विक्षत अवस्था में मिला है। घटनास्थल पर राहत व बचाव कर्मी जुटे हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
बता दें कि शिमला शहर में दो दिन में भूस्खलन की यह तीसरी घटना है। सोमवार को उपनगर समरहिल के शिव बावड़ी मंदिर के भूस्खलन की चपेट में आने से 12 लोग मारे गए, जबकि कई मलबे में लापता हैं। इसी तरह फागली इलाके में भूस्खलन की घटना में पांच लोगों की मौत हुई है। शहर में लगातार हो रही भूस्खलन की घटनाओं से लोग सहमे हुए हैं। पिछले तीन दिन शिमला में हुई भारी वर्षा से जगह-जगह बड़ी संख्या में पेड़ों के धराशायी होने से कई मकानों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है।
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