शिवसेना में फूट से पहले शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक ईडी की कार्रवाई के कारण मुश्किल में थे। लेकिन शिवसेना में टूट के बाद वे शिंदे गुट में शामिल हो गए। इस बीच, प्रताप सरनाइक ने यह भी संकेत दिया कि वे ईडी की कार्रवाई से बचने के लिए शिंदे गुट का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन अब वे फिर से ईडी की जांच के घेरे में हैं। कहा जा रहा है कि शिंदे गुट में शामिल होने के बावजूद ईडी उन नेताओं की संपत्ति जब्त करेगी, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर ईडी के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
एकनाथ शिंदे के शिवसेना से अलग होने के बाद पार्टी के कई विधायक ठाकरे का साथ छोड़कर शिंदे के साथ चले गए। इनमें प्रताप सरनायक भी शामिल थे। महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान ईडी ने उन पर छापा मारा था। उसके बाद शिवसेना नेता आरोप लगा रहे थे कि ईडी की कार्रवाई से बचने के लिए प्रताप सरनाइक शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। उनका कहना था कि शिंदे गुट में शामिल होने के बाद उनके खिलाफ ईडी की कार्रवाई रोक दी गई है।
ईडी फिर करेगी कार्रवाई
अब खबर सामने आई है कि ईडी प्रताप सरनाइक से दोबारा पूछताछ करेगी। मिली जानकारी के अनुसार प्रताप सरनाइक की 11 करोड़ की संपत्ति ईडी अपने कब्जे में ले सकती है। सरनाइक के पास ठाणे में दो फ्लैट हैं, जबकि मीरा रोड में एक प्लॉट है। ये संपत्ति ईडी द्वारा जब्त की जाएगी। अब ईडी एनएसईएल घोटाला मामले में कार्रवाई कर सकती है।